मेडिकल टीम के गांव नहीं पहुंचने
से लोगों में आक्रोश
मधुबनी : रहिका प्रखंड क्षेत्र के मिठौली गांव बीते दो माह से मिजिल्स का प्रकोप है. अब यह धीरे धीरे अन्य गांवों में भी फैलने लगा है. मिठौली गांव से सटे जगतपुर गोठ गांव में भी इस बीमारी की चपेट में आने लगे हैं. जगतपुर गोठ गांव के करीब आधा दर्जन से अधिक लोग अब तक इस बीमारी से ग्रसित हो चुके हैं. इधर मिठौली गांव में प्राय: हर परिवार का कोइ ना कोई सदस्य इस बीमारी से ग्रसित हो गया है. पर अब तक मेडिकल टीम इस गांव में नहीं पहुंच सका है. प्रखंड मुख्यालय से करीब दो किलोमीटर एवं जिला मुख्यालय से करीब तीन किलोमीटर की दूरी पर रहने के बाद भी कोई उपाय शुरू नहीं किये जाने से लोगों में आक्रोश है.
नवंबर माह से है बीमारी का प्रकोप . गांव के लोगों ने बताया है कि मिठौली गांव में बीते नवंबर माह से मिजिल्स का प्रकोप है. अब तक करीब डेढ़ सौ से अधिक लोग इस बीमारी की चपेट मे आ गया है. आलम यह है कि कई कई लोगों को तीन – तीन बार मिजिल्स हो चुका है. जिससे लोग भय से ग्रस्त है. हर उम्र के लोगों में यह बीमारी फैल रही है. मिठौली गांव के सिंटू कुमार शर्मा, अर्चना कुमारी, निशा कुमारी, पूजा कुमारी, अमिष कुमार, सारथी कुमारी, जयंत कुमार शर्मा, राखी कुमारी सहित करीब 70 लोग वर्तमान में भी इस बीमारी की चपेट में हैं तो जगतपुर गोठ गांव के अखिलेश चौधरी, मिथिलेश चौधरी, श्याम चौधरी, अरुण पासवान के परिवार के बच्चे इससे बीमार हो गये हैं.
नहीं आये िचकित्सक . स्वास्थ्य विभाग द्वारा अब तक कोई विशेष इंतजाम नहीं किये जाने के कारण अब भी लोग पुराने जमाने के टोटके से ही इस बीमारी से निजात पाने की जद्दोजहद कर रहे हैं. अब भी लोग नीम के पत्ते, चंदन, धूप दिखा कर ही इस बीमारी से छुटकारा पाने की कोशिश में हैं. ग्रामीण पप्पू चौधरी, राजकुमार चौधरी बताते हैं कि मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग से कुछ चिकित्सक आये थे.
कुछ लोगों को दवा का ड्रॉप पिलाया गया. पर इससे बीमारी से बचाव नहीं हो पा रहा है. बुधवार को एक भी चिकित्सक गांव नहीं आये. सदर अस्पताल प्रबंधन ने इस दिशा में बचाव को लेकर दिशा निर्देश जारी करते हुए कर्मियों को टीकाकरण अभियान शुरू करने के निर्देश दिया था. पर इस निर्देश का असर मंगलवार को कुछ लोगों दवा दिये जाने तक ही सिमट कर रह गया है.
पत्र लिखकर कराया विभाग को अवगत. पंचायत के मुखिया सोमनाथ चौधरी बताते हैं कि पूर्व में भी स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखकर इस बीमारी से अवगत कराते हुए बचाव की पहल करने की गुजारिश की थी. पर अब तक कुछ खास पहल नहीं हो सकी है.
इससे लोगों में आक्रोश भी है.
मुजफ्फरपुर, गुरुवार
23.03.2017