मधुबनी : धान खरीद योजना में पैक्स अध्यक्ष चारों ओर से घिरते जा रहे हैं. इनकी परेशानी दिन व दिन बढ़ती जा रही है. आर्थिक बोझ के साथ साथ इन पर मानसिक दबाव व प्रतिष्ठा भी अब दावं पर लगती जा रही है. दरअसल विभाग द्वारा विगत 31 जुलाई तक सीएमआर जमा करने के निर्देश ने कई पैक्स अध्यक्षों को कहीं का नहीं छोड़ा है. कई पैक्स अध्यक्ष द्वारा निर्धारित समय सीमा से पहले सीएमआर जमा करने के बाद भी एक ओर जहां विभाग ने इनके उपर प्राथमिकी दर्ज कर दी है,
वहीं समिति के द्वारा पैक्स अध्यक्ष को दिये गये सीसी लोन का सूद भी बढ़ता जा रहा है. एसएफसी इन पैक्सों को अब तक सीएमआर का भुगतान ही नहीं कर रही. वहीं कुल रकम का दस फीसदी रकम अदालत में जमा करने पर ही इन्हें जमानत मिल सकेगी.