पटना/दरभंगा/मधुबनीः गुरुवार को इस मौसम का सबसे ठंडा दिन रहा. सबसे अधिक गया में न्यूनतम तापमान गिर कर चार डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जबकि पटना में न्यूनतम तापमान 7 डिग्री तक गिर गया. तापमान में आयी इस गिरावट से कंपकपी बढ़ गयी है. हालांकि, पिछले वर्ष से ठंड कम है. पिछले वर्ष एक जनवरी से लेकर 9 जनवरी के बीच काफी ठंड रही थी और 9 जनवरी को न्यूनतम तापमान 1.1 डिग्री सेल्सियस था, जो रिकॉर्ड था.
दरभंगा के बहादुरपुर थाने के ओझौल गांव में बुधवार की रात दो लोगों की मौत ठंड लगने से हो गयी. इनमें 55 वर्षीय महिंद्र सहनी व 18 वर्षीया पूजा कुमारी शामिल हैं. वहीं, दरभंगा सदर थाने के छपकी मुहल्ला निवासी शीला देवी और मधुबनी के बाबूबरही प्रखंड के तेंघरा गांव में 69 वर्षीय बौए लाल महतो की मौत ठंड से हो गयी.
उधर, अररिया जिले में फारबिसगंज प्रखंड की डाक हरिपुर पंचायत वार्ड संख्या 13 के महादलित दलित टोले में ठंड की चपेट में आने से दो व्यक्तियों की मौत हो गयी. कुछ दिन पूर्व ही गांव के लोगों ने डीएम को आवेदन देकर कंबल की मांग की थी, लेकिन उन्हें कंबल नहीं मिल सका था.
13 के बाद ही राहत
बिहार कृषि विवि, सबौर के मौसम वैज्ञानिक प्रो सुनील कुमार ने कहा कि 11 व 12 जनवरी को हल्की बारिश की संभावना है. 13 जनवरी के बाद ही मौसम में बदलाव के आसार हैं. हालांकि, पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष ठंड देर से आयी. कुहासे का प्रकोप भी इस बार पिछले पांच वर्षो की तुलना में इस बार लगातार नहीं, रुक-रुक कर हो रहा है.