बेनीपट्टी : प्रखंड क्षेत्रों के सभी इलाकों में मिथिलांचल का महत्वपूर्ण पर्व जूड़ शीतल हर्षोल्लास से संपन्न हुआ. इस अवसर पर अहले सुबह से ही बुढ़े बुजुर्गों के द्वारा अपने कनिष्ट सदस्यों के सिर पर शीतल जल छिड़कते हुए दीघार्यु होने का आशीष दिये जाने का सिलसिला शुरू हुआ, जो कई घंटों तक चलता रहा. […]
बेनीपट्टी : प्रखंड क्षेत्रों के सभी इलाकों में मिथिलांचल का महत्वपूर्ण पर्व जूड़ शीतल हर्षोल्लास से संपन्न हुआ. इस अवसर पर अहले सुबह से ही बुढ़े बुजुर्गों के द्वारा अपने कनिष्ट सदस्यों के सिर पर शीतल जल छिड़कते हुए दीघार्यु होने का आशीष दिये जाने का सिलसिला शुरू हुआ, जो कई घंटों तक चलता रहा.
वहीं परिवार के छोटे सदस्यों ने अपने बुजुर्गों को पांव स्पर्श कर आशीर्वाद लिया. इस दौरान अधिकांश लोगों ने एक दूसरे से गले मिलकर पर्व की हार्दिक शुभकामनायें दी और अपने घरों में इष्ट मित्रों को आमंत्रित कर बनाये गये विशेष पकवान का लोगों ने जमकर लुत्फ उठाया.
फुलपरास. हजारो वर्षो से जुड़शीतल के दिन अपने से छोटो को पानी देकर जुड़ाकर आशीर्वाद देने की परंंपरा अभी भी क्षेत्र में कायम है . गुरुवार की सुबह से ही बुर्जूगों के द्वारा अपने हाथ मे जलपा़त्र लेकर पवित्र जल से सभी को जुड़़ा कर आशीर्वाद देने में लगे रहा . इस तरह से जुड़ने की परंपरा सैकड़ो वर्षो से चली आ रही है .वृ़क्ष और सड़क पर भी पानी से पटाने की पुरानी परंपरा को लोगों ने आज भी कायम रखा .