मधुबनीः ठंड का प्रकोप बढ़ते ही जहां जन जीवन पर प्रभाव पड़ने लगा है वहीं विभिन्न फसलों पर भी इसका व्यापक प्रतिकूल असर पड़ता है. ठंड बढ़ने के दौरान आलू में झुलसा रोग, मसूर में हरदा व राई व सरसों में लाही का प्रकोप बढ़ जाता है. ऐसे में थोड़ी सी भी लापरवाही किसानों के ना सिर्फ पूंजी समाप्त कर सकता है बल्कि उनके सपने को भी तोड़ सकता है.
जिला कृषि समन्वयक सह परामर्शी रंधीर भारद्वाज तथा एसए रब्बानी ने किसानों को कई प्रकार की सलाह दी है. आलू को झुलसा से बचाने के लिये किसानों को रासायनिक दवा का समय से छिड़काव करने की सलाह कृषि परामर्शी ने दी है. किसान इससे अपने आलू को बचाने के लिये इंडोफिल एम 45 का 2 किलो ग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से 10 से 15 दिन के अंतराल पर छिड़काव करने की सलाह रंधीर भारद्वाज व एसए रब्बानी ने दी है.