मधुबनीः जिले के जिस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में परिवार नियोजन ऑपरेशन का लक्ष्य जिला औसत से कम है, वे शीघ्र इस लक्ष्य को प्राप्त कर लें. राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डा. जीपी वर्मा ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों को यह निर्देश दिया. डा. वर्मा ने कहा कि नौ दिसंबर 2014 से परिवार कल्याण ऑपरेशन का विशेष पखवाड़ा शिविर लगाने का निर्देश भी दिया.
समाहरणालय के एनआइसी में वीडियो कांफ्रेंसिंग आयोजित की गई. वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डा. वर्मा को जिले के स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों ने यह जानकारी दी कि अक्तूबर 2013 तक इस वित्तीय वर्ष में सिर्फ 4385 परिवार नियोजन किये गये. जिले की उपलब्धि 14.21 प्रतिशत रही. एक्रेडिटेड नर्सिग होम द्वारा सिर्फ 19 परिवार नियोजन ऑपरेशन किये गये. ज्ञात हो कि सितंबर माह में लगाये गये विशेष पखवाड़ा के दौरान जिला में सिर्फ 515 परिवार नियोजन ऑपरेशन किये गये. डा. वर्मा ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान एसीएमओ परिवार कल्याण ऑपरेशन के नोडल पदाधिकारी और डीपीएम को परिवार नियोजन ऑपरेशन में तेजी लाने के लिये हर संभव पहल करने का निर्देश दिया. वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान खुटौना, पंडौल और राजनगर पीएचसी की प्रगति संतोषजनक रही जबकि शेष अन्य 18 पीएचसी की प्रगति काफी निराशाजनक रही. डा. वर्मा ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान जिले के सभी पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये.
जिले से वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान यह भी जानकारी दी गई कि 8344 महिलाओं को कॉपर टी लगाया गया. वहीं 9036 महिलाओं को इमर्जेसी गर्भ निरोधक पीला दी गई. ओरल कंट्रासेप्टिव पिल्स 40 हजार से अधिक महिलाओं को सरकारी अस्पतालों से दिया गया. वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान यह भी बताया गया कि रिकार्ड बनाते हुये जिले में 4 लाख 65 हजार कंडोम का सोशल मार्केटिंग आशा महिला, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने की. साढ़े चार लाख कंडोम वितरण की पहल की सराहना की गई. जानकारी दी गई कि जिले में सिर्फ दो सजर्न रहने से कार्यक्रम प्रभावित हुआ है. एमर्जेसी मैनेजमेंट ऑफ आब्सट्रिक्स केसेस की ट्रेनिंग प्राप्त डॉक्टरों से परिवार नियोजन ऑपरेशन का काम कराया जा रहा है. डा. वर्मा ने जिला स्वास्थ्य प्रशासन को निर्देश दिया कि परिवार नियोजन ऑपरेशन के प्रति पुरुषों को भी जागरूक करें.
जिले में कुल ऑपरेशन में 98 प्रतिशत से भी अधिक ऑपरेशन सिर्फ महिलाओं ने ही कराये हैं. पुरुष परिवार नियोजन ऑपरेशन कराने में काफी पीछे है. डा. वर्मा ने कहा कि पुरुषों को जागरूक करने के लिये विशेष पहल की जाये.