मधवापुर : पड़ोसी राष्ट्र नेपाल के मटिहानी, तुलसियाही, मुसहरनियां एवं मधवापुर, विरीत में छठ घाट पर अफवाह से अफरा तफरी का माहौल कायम हो गया और भगदड़ मच गयी. मंगलवार करीब सायं साढ़े पांच बजे अचानक इस नदी में पीछे बांधे गये कई बांध टूटने की खबर आग की तरह फैली. इससे लोग काफी डर गये.
बतातें चलें कि ऊपर वर्णित गांवों के धर्मावलंबी लोकआस्था के महापर्व छठ पर वर्षों से रात घाट पर ही परिजनों के साथ सुबह के अर्घ तक बिताते रहे हैं. इस बार धौंस नदी में पानी नहीं रहने के कारण एक सप्ताह पूर्व से लोग अपने स्तर से साफ-सफाई कर जैसे तैसे गड्ढा खोदकर अंतत: अंदर से एक से डेढ़ फीट पानी निकालने में सफल भी रहे.
अस्तचलगामी अर्घ देने के बाद व्रती को घाट पर छोड़कर परिजन जैसे ही घर भोजन और ओढ़ना, चादर के लिए घर की ओर प्रस्थान किये कि किसी ने अचानक धौंस नदी के नेपाल स्थित महदैया का एक फाटक खोल देने तथा पिपरा, सिमरदही, आबर एवं मटिहानी का बांध टूटने की झूठी खबर फैला दी. अफवाह के कारण नदी किनारे सजी टेंट के नीचे बिछी अर्घ सामग्री और व्रती के उस विकराल पानी में दहने की भय से परिजन जो जहीं थे भागते हुए घाट पर पहुंच गये.
जो वहां थे वह हड़बड़ी में सामग्री समेटकर अलग ऊंचाई पर रखने लगे या घर के लिए प्रस्थान कर गये. इससे यहां के सभी घाटों पर कुछ देर के लिए भगदड़ मच गयी और बांध टूटने की आफवाह से रात भर अफरा तफरी का माहौल कायम रहा. हालांकि, अंतत: बांध टूटने और पानी आने की खबर झूठी निकली, लेकिन स्थानीय धर्मावलंबी सहित पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी एवं सुरक्षाकर्मियों को दिन रात की ड्यूटी बजानी पड़ी.