मधुबनीः सर्वशिक्षा अभियान की जिला कार्यकारिणी समिति ने वर्ष 2013 -14 के लिए वार्षिक बजट को स्वीकृति प्रदान कर दी है. साथ ही वार्षिक कार्य योजना को भी स्वीकृति मिल गयी है. लगभग 20861 लाख रुपये की स्वीकृति प्रदान की गई. इसमें लगभग 679 लाख रुपये जिले के 22 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय पर खर्च होंगे. विशेष प्रशिक्षण पर जहां लगभग 1051 लाख रुपये खर्च होंगे.
वहीं सिविल निर्माण कार्य पर 5644 लाख रुपये खर्च किये जायेंगे. नये शिक्षकों के सैलरी मद में 1178 लाख रुपये की बजट की स्वीकृति दी गई है. वहीं एडिशनल शिक्षकों के लिये 7067 लाख रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है. नियमित शिक्षकों की वेतन के लिये लगभग 86 लाख रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है.
शिक्षक प्रशिक्षण पर 350 लाख रुपये से भी अधिक खर्च होंगे. बीआरसी और सीआरसी के माध्यम से एकेडमिक सपोर्ट देने के नाम पर 338 लाख रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है. सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को दो सेट यूनिफॉर्म देने के लिये भी 1562 लाख रुपये की स्वीकृति दी गयी है. कंप्यूटर शिक्षा के लिये 10 लाख 54 हजार और शोध मूल्यांकन, मॉनीटरिंग और सुपरवीजन पर 12 लाख 65 हजार रुपये खर्च होंगे.वर्ष 2013-14 में स्कू ल ग्रांट के लिये 240 लाख 38 हजार रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है. वहीं मेंटिनेंस ग्राट के लिये 199 लाख 58 हजार रुपये व्यय किये जायेंगे. सामुदायिक प्रशिक्षण पर 52 लाख रुपये खर्च होंगे. आइइटी पर 163 लाख 86 हजार रुपये व्यय होंगे. पुस्तक के नाम पर 1539 लाख 92 हजार रुपये का बजट स्वीकृत हुआ है. मैनेजमेंट पर 683 लाख 90 हजार रुपये का बजट पास किया गया है.
नामांकित बच्चों की संख्या
जिले में सरकारी प्राइमरी और मिडिल स्कूल में वर्ष 2013-14 में नामांकित छात्रों की संख्या 4 लाख 76 हजार 780 बतायी जा रही है. वहीं सरकारी स्कूलों में नामांकित बालिकाओं की संख्या 4 लाख 61 हजार 816 बतायी जा रही है. कुल 9 लाख 38 हजार 596 बच्चे बच्चियों के नामांकन का दावा सर्व शिक्षा अभियान कर रही है.
अनामांकित बच्चों की संख्या
अगर सर्वशिक्षा अभियान के आंकड़ों पर भरोसा अगर सर्वशिक्षा अभियान के आंकड़ों पर भरोसा करें तो जिले में सिर्फ 6 हजार 186 बच्चे और 5 हजार 269 बच्चियां अनामांकित है. सिर्फ 11 हजार 455 छात्र छात्रओं के अनामांकित होने की बात सर्वशिक्षा अभियान कहती है जो 6 से 14 आयु वर्ग के है. इसमें 1144 बच्चे बच्चियों को इसी माह विशेष नामांकन अभियान के माध्यम से विद्यालय में जोड़ने का प्रस्ताव है. वहीं 2996 बच्चों को गैर आवासीय विशेष प्रशिक्षण के माध्यम से जोड़ने का प्रस्ताव है. जबकि 7315 बच्चों को आवासीय प्रशिक्षण दिया जायेगा. पर शर्त है कि मॉनीटरिंग मे केंद्र संचालन व्यवस्था बेहतर रहने पर ही दूसरा केंद्र खुलेगा. वर्ष 2013-14 के बजट में 232 इकाई बालिका शौचालय और 136 इकाई चापाकल की स्वीकृति प्राप्त है.
सर्वशिक्षा अभियान की जिला कार्यकारिणी समिति ने यह भी कहा है कि यदि स्कूल के लिये जमीन नहीं है तो स्कूल का स्थल परिवर्तन ग्राम पंचायत की सहमति से किया जा सकता है. जिले में दो नये कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के निर्माण की स्वीकृति भी मिल गई है. रहिका प्रखंड के रहिका मध्य विद्यालय और कलुआही प्रखंड के मध्य विद्यालय कलुआही में केजीवीवी की स्थापना होगी. पहले कलुआही प्रखंड के मध्य विद्यालय करमौली में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका उच्च विद्यालय करमौली के आसपास कोई घर नहीं है स्कूल सुनसान जगह पर है. असामाजिक तत्वों का बोलबाला रहता है. इसके कारण बालिकाओं के ठहराव में कठिनाई होगी. इसलिये करमौली जगह कलुआही में केजीवीवी बनेगा.
सर्वशिक्षा अभियान की जिला कार्यकारिणी ने कहा कि वर्ष 2007-08 में कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में 60 शिक्षिकाओं का नियोजन किया गया था. 30 शिक्षिका को पूर्णकालिक और 30 शिक्षिका को अंशकालिक शिक्षिका के रूप में उस समय योगदान कराया गया था. निर्णय लिया गया है कि अंशकालिक शिक्षिकाओं को पूर्णकालिक शिक्षिकाओं में समायोजन किया जायेगा. सर्वशिक्षा अभियान कार्यालय में जगह के अभाव में कार्य संपादित करने में कठिनाई हों रही है. इसे किसी अन्य भवन में स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया.
क्या कहते हैं अधिकारी
जिला शिक्षा पदाधिकारी सह उपाध्यक्ष जिला कार्यकारिणी समिति श्री राम सिंह ने बताया कि सभी डीपीओ को विभिन्न कार्यक्रमों एवं गतिविधियों के क्रियान्वयन में पारदर्शिता बनाये रखने का निर्देश दिया गया है. सभी संभाग प्रभारी को भी आवश्यक आदेश जारी कर दिये गये है. लापरवाही बरतने वालों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी.