मधुबनीः सरकारी क्र्वाटर में रहने वाले कर्मचारी को जान पर खतरा मंडरा रहा है. ऑफिसर क्र्वाटर में स्थित यह आवासीय बिल्डिंग कब ध्वस्त हो जायेगा कहना कठिन है. भवन निर्माण विभाग का कहना है कि आवंटन एवं निर्माण की स्वीकृति मिलते ही काम शुरू कर दिया जायेगा. दरअसल मुख्यालय स्थित बिहार सरकार के कर्मचारियों एवं पदाधिकारियों को रहने के लिये आवास बनाया गया था.
वर्ष 1981-82 में लगभग एक सौ क्वार्टर बनाया गया था जिसमें 60 क्वार्टर तृतीय एवं चतुर्थ वर्ग के कर्मियों के लिये बनाया गया. जबकि बांकी पदाधिकारियों के लिये बने 33 वर्ष पूर्व बने इस भवन को रख रखाव पर सरकार कुछ खर्च नहीं की है. भवन निर्माण के कार्यपालक अभियंता राम इकबाल पंजियार ने बताया कि ऑफिसर कॉलोनी के भवन तो जजर्र जरूर हैं.
इसकी मरम्मती के लिये प्राक्कलन की प्रक्रिया चल रही है. ज्ञात हो कि ऑफिसर कॉलोनी में अवस्थित तृतीय एवं चतुर्थ वर्ग कर्मियों के भवन का छत गिर रहा है. भवन के चारों ओर पानी लग जाने के कारण निचले तल पर रह रहे कर्मियों के घर पर खिड़की से सांप अंदर प्रवेश कर जाता है. इतना ही नहीं कई भवन में पीपल के पेड़ उग जाने से भवन में भी दरार आ गया है. वहीं निर्माण के बाद आज तक इस भवन में मामूली पेंटिंग नहीं हो पाया है. भवन में रह रहे कर्मियों ने बताया कि वे लोग इस भवन को छोड़ देते हैं तो सरकारी की ओर से आवास भत्ता नहीं मिलेगा. क्योंकि जिस कर्मी को सरकारी आवास का आवंटन को चुका है वह अगर किराये के मकान में रहेगा तो उसे आवास भत्ता का लाभ नहीं दिया जायेगा.