मधुबनीः मधुबनी जिले में बिजली विभाग की लापरवाही के कारण कभी भी बड़ी घटना घट सकती है. जिले भर में बिजली तार मौत के तार बन कर इनसान के सिर पर गुजरती है. लगातार कई स्थानों पर तार टूटने से दुर्घटना हो रही है. पिछले दिन हनुमान नगर कॉलोनी स्टेडियम रोड के निवासी अशोक कुमार ठाकुर बिजली के तार से झुलस गये.
सोमवार की शाम झंझारपुर अनुमंडल के नरूआर सर्व सीमा, छिट टोल लोहना गांव में कुछ समय के लिए लोगों का दिल थम सा गया क्योंकि 220 वोल्ट घरेलू लाइन पर शाम के समय 11 हजार वोल्ट तार टूट कर गिर गया. इस कारण अगल बगल की बस्ती पर कुछ समय के लिए दिन सा वातावरण हो गया. क्योंकि तार परस्पर टकराने से उससे निकलने वाली रोशनी लोगों को चौंका दिया. इस घटना से गांव के लगभग एक दर्जन टीवी, सैकड़ों बल्व, मोबाइल सहित वोल्टेज स्टेवलाइजर भी जल गया. मधुबनी मुख्यालय स्थित मुख्य स्थान बाटा चौक, शंकर चौक, स्टेशन चौक पर बिजली तार पोल से नीचे होने एवं पुराने होने के कारण कभी भी टूट सकता है.
इस भीड़ भार वाले इलाके में अगर सप्लाइ के समय तार टूटा तो जान माल का भारी नुकसान हो सकता है. गत शनिवार को जयनगर बाजार के एक आदमी की मौत तार गिरने से हो गयी. व्यक्ति के आगे में तार गिर गया जब तक वह अपने आप को संभाल पाता तब तक वह उसकी चपेट में आ चुका था.
विभाग द्वारा प्रत्येक माह उपभोक्ता से बिल लिया जाता है. विभाग द्वारा बिल में गड़बड़ी की शिकायत आम बात हो चुकी है. छिटटोल लोहना निवासी दमन कुमार झा का कहना था कि बिजली विभाग उपभोक्ता के साथ आम जन का इस समस्या के निदान के लिए नहीं सोचती है. प्रत्येक माह अनाप सनाप बिल आना तो आम बात है. इस बाबत कार्य पालक अभियंता दुघेश्वर प्रसाद ने बताया कि सही में तार पुराना हो चुका है. तार बदलने की प्रक्रिया चल रही है.
साथ ही उनका कहना था कि बिल में गड़बड़ी की बात जायज है. वह भी जल्द सही हो जायेगा. उन्होंने बताया कि बिल सुधार के अलग सेल बना दिया गया है जिसके लिए सहायक अभियंता राम नाथ वर्मा को अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. वहीं पुराने तार बदलने में भी तेजी लाने के लिए संवेदक की तलाश की जा रही है. उन्होंने बताया कि अभी सिर्फ एक संवेदक है जो काम कर रहा है.