मधुबनी :राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार विकास कार्यक्रम के अंतर्गत अग्रिम लेकर कार्यों का त्रुटिपूर्ण लेखा प्रस्तुत करने वाले पदाधिकारियों व कर्मियों पर विभाग ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. लेखा प्रस्तुत नहीं करने पर विभागीय कारवाई कर राशि वसूल करेगी. अग्रिम लेने के बाद कार्य नहीं करने व त्रुटी पूर्ण लेखा प्रस्तुत करने का खेल कई वर्षों से जारी है.
स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन कार्य प्रमंडल एक के कार्यपालक अभियंता ने नोटिस जारी कर कहा है कि विभाग के द्वारा अभियंताओं ने एनआइपी अवधि का लेखा नहीं समर्पित किया है. वैसे अभियंता जिसने लेखा समर्पित नहीं किया या त्रुटिपूर्ण लेखा समर्पित करने के कारण समायोजन वर्षों से लंबित है. जिन विभाग का 2 करोड़ 83 हजार 31 हजार एक सौ 74 रुपये राशि का समायोजन नहीं हुआ है.
विभाग ने इसके लिए कई बार अभियंताओं को स्मारित किया है. लेकिन इनके द्वारा अब तक लेखा प्रस्तुत नहीं किया है. जिसके कारण उक्त राशि का समायोजन नहीं हो सका है. विभाग ने त्रुटियों के निराकरण के लिए अंतिम स्मार पत्र जारी कर 15 दिनों के अंदर समायोजन करने को कहा है.
विभाग ने जारी किया स्मार पत्र
स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन कार्य प्रमंडल एक के कार्यपालक अभियंता ने 17 उन पदाधिकारियों व कर्मियों की सूची जारी की है. जिनके विरुद्ध अस्थायी अग्रिम की राशि लंबित है. विभाग ने इन्हें 15 दिनों का समय दिया है. इन अभियंताओं द्वारा एनआरइपी अवधि का अग्रिम राशि का समायोजन के लिए लेखा प्रस्तुत करने को कहा गया है. उक्त अवधि में लेखा में सुधार या प्रस्तुत नहीं किया गया तो विभागीय कारवाई होगी.
17 अभियंताओं पर राशि लंबित
कार्यपालक अभियंता स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन कार्य प्रमंडल एक ने 17 अभियंताओं को स्मार पत्र जारी किया है. जिन पर 2 करोड़ 83 लाख 31 हजार एक सौ 14 रुपया असमायोजित अग्रिम राशि का लेखा अप्राप्त है. जिनमें दीप नारायण सिंह, जे एस झा, जवाहर प्रसाद भगत, कमल नारायण शर्मा, नंद किशोर प्रसाद सिंह, विनय कुमार शर्मा, कमलेश्वर राम, राजेंद्र प्रसाद केशरी, राम बाबू राय, राम सेवक बैठा, राम स्वारथ साह, विनय कुमार पांडेय, कृष्णदेव प्रसाद, एसबी महतो, एम कुमार, हीरा लाल साह एवं दिलीप सिंह शामिल हैं.