मधुबनी : पिछले दिनों लगातार चार दिनों तक हुई मूसलधार बारिश का क्रम थमने के बाद भी शहर के लोगों की मुश्किलें अभी कम नहीं हुई है. नगर परिषद प्रशासन के तमाम प्रयासों के बाद भी शहर के आधा दर्जन से अधिक मुहल्ले व सड़कों पर जल-जमाव की स्थिति बनी हुई है. शहर की कई […]
मधुबनी : पिछले दिनों लगातार चार दिनों तक हुई मूसलधार बारिश का क्रम थमने के बाद भी शहर के लोगों की मुश्किलें अभी कम नहीं हुई है. नगर परिषद प्रशासन के तमाम प्रयासों के बाद भी शहर के आधा दर्जन से अधिक मुहल्ले व सड़कों पर जल-जमाव की स्थिति बनी हुई है. शहर की कई सड़कों पर तीन से चार फीट बारिश का पानी जम जाने से आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है.
शहर के विनाेदानंद कॉलोनी, आदर्शनगर, बिजली कॉलोनी, गोरक्षणी मुहल्ला, सदर अस्पताल, ऑफिसर कॉलोनी सहित कई अन्य मुहल्ले में जलजमाव से स्थिति नारकीय हो गयी है. लोगों को अपने घरों से निकलना मुश्किल हो गया है. नतीजतन इन मुहल्ले में रहने वाले हजारों लोगों की जिंदगी घरों में ही कैद होकर रह गयी है. जिससे निजात के लिए लोग स्थानीय जिला प्रशासन व नगर परिषद की ओर टकटकी लागये हुए हैं. ताकि जलजमाव के कारण उत्पन्न नारकीय माहौल से मुक्ति मिल सके.
जलजमाव से महामारी फैलने की आशंका. भारी बारिश से शहर में उत्पन्न जलजमाव की समस्या ने लोगों को परेशानी में डाल दिया है. जगह-जगह जमा कूड़े-कचरे की ढेर में बारिश का पानी घुलमिल जाने से स्थिति नारकीय हो गयी है. बारिश के पानी में सड़ रहे कूड़े-कचरे से निकल रही दुर्गंध से लोगों का जीना मुहाल हो गया है. लोगों को महामारी फैलने की आशंका सताने लगी है. स्थानीय लोग नगर प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग से पूरे शहर में डीडीटी का छिड़काव करने की मांग की है. ताकि संभावित महामारी से बचा जा सके.
चैन की नींद सो रहा प्रशासन: जलजमाव से प्रभावित आदर्शनगर के भोगेंद्र मिश्र, जयनाथ ठाकुर ने कहा कि पूरे वर्ष नगर परिषद प्रशासन चैन की नींद सोया रहता है. जब बारिश का पानी लोगों के घरों में घुस जाता है तब जल निकासी के लिए नगर परिषद प्रशासन सजग होता है. शहर से जल निकासी के लिए एक व्यापक कार्ययोजना बनाकर उसे अमल में लाना होगा. गोरक्षणी मुहल्ले के अमित कुमार व अनुपम प्रसाद ने कहा कि जब तक शहर के तीनों कैनालों को अतिक्रमण मुक्त कर उड़ाही नहीं की जाएगी तब तक इसी तरह डूबने को शहर के लोग अभिशप्त रहेंगे.