मधुबनी/रहिका : एनएच 105 स्थित रहिका विद्यापति चौक पर सोमवार की अहले सुबह सड़क पार करने के क्रम में ऑटो की ठोकर से एक युवक की मौत हो गयी. युवक रहिका गांव का रहने वाला विनोद साह था. रहिका विद्यापति चौक पर वह चाय-नाश्ते की दुकान चलाता था. दुर्घटना में युवक का छोटा भाई राजेश साह भी घायल हो गया.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार विनोद किसी काम से सड़क पार कर रहा था. उसी वक्त तेज गति आ से आ रही एक ऑटो विनोद को ठोकर मारते हुए असंतुलित होकर उसके दुकान के आगे पलट गयी. वहां खड़ा राजेश भी ऑटो की चपेट में आकर जख्मी हो गया. स्थानीय लोगों ने तत्काल विनोद व राजेश को इलाज के लिए रहिका पीएचसी में भर्ती कराया. चिकित्सक ने विनोद की हालत बिगड़ते देख डीएमसीएच रेफर कर दिया. डीएमसीएच ले जाने के क्रम में ही उसकी मौत हो गयी. राजेश का फिलहाल अस्पताल में इलाज किया जा रहा है.
युवक की मौत खबर आते ही स्थानीय लोग उग्र हो गये. आक्रोशित लोगों ने रहिका विद्यापति चौक पर जयनगर-रहिका-दरभंगा एनएच 105 व मधुबनी-रहिका-बेनीपट्टी मुख्य मार्ग को जाम कर आवागमन ठप कर दिया. प्रदर्शनकारी शव को एनएच पर रखकर उग्र प्रदर्शन करने लगे.
चार घंटे के बाद हटा जाम
दुर्घटना की सूचना पर पहुंचे सीओ संजीव रंजन थानाध्यक्ष राहुल कुमार एनएच जाम कर रहे लोगों को समझाने लगे, लेकिन प्रदर्शनकारी मुआवजे की मांग पर अड़े थे. सीओ ने आक्रोशित लोगों को विधि सम्मत मुआवजा देने का आश्वासन दिया. तब जाकर लोगों का गुस्सा शांत हुआ और जाम हटा. घटना स्थल पर पहुंचे एसडीओ सुनील कुमार सिंह की पहल पर मृतक के परिजन को हस्तगत कराया गया. वहीं सीओ ने कहा है कि आक्रोशित लोग अस्पताल में तोड़फोड़ व जलाने की कोशिश की. लेकिन थानाध्यक्ष के सहयोग से गुस्साये लोगों को काबू में किया गया. वहीं थानाध्यक्ष ने कहा है कि लाश को कब्जे लेकर पोस्टमार्टम के लिए मधुबनी भेज दिया गया है. दुर्घटनाग्रस्त ऑटो को जब्त कर आगे की कारवाई की जा रही है.
अस्पताल में किया हंगामा
युवक की मौत से आक्रोशित लोगों ने रहिका पीएचसी में जमकर हंगामा किया. एंबुलेंस का शीशा तोड़ प्रदर्शनकारी पीएचसी प्रभारी की खोज कर रहे थे. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि अस्पताल में ऑक्सीजन की सुविधा नहीं रहने के कारण दुर्घटना में गंभीर रूप से जख्मी विनोद साह को इलाज के लिए दरभंगा ले जाना पड़ा और रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी. आक्रोशित लोग पीएचसी प्रभारी डॉ. राजेन्द्र कुमार महतो को यहां से स्थानांतरित कर अस्पताल की चिकित्सीय सुविधा में सुधार लाने की मांग कर रहे थे.