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मंदिर पर पॉकेटमारों का कब्जा

अपराध . श्रद्धालुओं की सुरक्षा के नाम पर सिंहेश्वर मंदिर में हो रही खानापूर्ति सिंहेश्वर में पॉकेटमारी व जेवर खींचने की घटनाएं दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही हैं. खास कर भीड़वाले दिन मंदिर में पॉकेटमार बेखौफ पॉकेटमारी की घटना को अंजाम दे रहे हैं. विगत दो दिनों के अंदर मंदिर में आधा दर्जन से अधिक […]

अपराध . श्रद्धालुओं की सुरक्षा के नाम पर सिंहेश्वर मंदिर में हो रही खानापूर्ति

सिंहेश्वर में पॉकेटमारी व जेवर खींचने की घटनाएं दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही हैं. खास कर भीड़वाले दिन मंदिर में पॉकेटमार बेखौफ पॉकेटमारी की घटना को अंजाम दे रहे हैं. विगत दो दिनों के अंदर मंदिर में आधा दर्जन से अधिक पॉकेटमारी के मामले सामने आ चुके हैं.
अंधेरे का लाभ उठा कर पॉकेटमार लोगों की जेब व जेवरात पर कर
रहे हाथ साफ
सिंहेश्वर : उत्तर बिहार के सुप्रिसद्ध सिंहेश्वर मंदिर में इन दिनों अप्रत्यक्ष रूप से पॉकेटमारों का कब्जा हो गया है. श्रद्धालु सावधानी के साथ मंदिर में पूजा-अर्चना करें अन्यथा आपकी मेहनत की कमाई मिनटों में गायब हो जायेगी. महिला श्रद्धालु जेवर पहन कर मंदिर नहीं जाये, अगर जाये तो पूजा करने की बजाय अपनी जेवरों पर ध्यान केंद्रीत कर रखे. चूंकि यहां दिन में भी अंधेरा कायम रहता है. बाबा के गर्भ गृह में बिजली गुल होने के बाद रोशनी नहीं जलती है. ऐसी स्थिति में वहां पॉकेटमार सक्रिय हो जाते हैं. सिंहेश्वर में पॉकेटमारी व जेवर खींचने की घटनाएं दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही हैं.
खासकर भीड़ वाले दिन मंदिर में पॉकेटमार बैखोफ पॉकेटमारी की घटना को अंजाम दे रहे हैं. विगत दो दिनों के अंदर मंदिर में आधा दर्जन से अधिक पॉकेटमारी के मामले सामने आ चूके हैं. इसके बावजूद मंदिर में सुरक्षा के नाम की सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है. इस तरह की वारदातों को रोकने के लिए मंदिर में लगाये गये सीसीटीवी कैमरे खराब होने की वजह से बेकार पड़े है.
हालांकि प्रभारी व्यवस्थापक ने कहा कि कैमरे को ठीक कराया जा रहा है. इसके अलावे मंदिर में पॉकेटमारों से सावधान रहने के लिए माइकिंग भी करायी जा रही है. उल्लेखनीय है कि मंदिर प्रशासन की तरफ से करायी जा रही माइकिंग इस बात की पुष्टि करती है कि मंदिर में पॉकेटमारों का आतंक कायम है. हैरत करने वाली बात यह है कि जिस बाबा सिंहेश्वर नाथ को दिन में भी अंधेरे में रखा जा रहा है वे सैकड़ों एकड़ जमीन के जमींदार है एवं अरबों की संपति के मालिक भी है. इसके बाजवूद बाबा के गर्भगृह में अंधेरा छाया रहता है.
मंदिर का सीसीटीवी खराब, पॉकेटमारी में इजाफा : सुप्रसिद्ध सिंहेश्वर मंदिर में सीसीटीवी कैमरा खराब होने की वजह से हर रोज पॉकेटमारी के मामले सामने आ रहे है. खासकर रविवार व सोमवार को भारी भीड़ होने की वजह से सिंहेश्वर मंदिर में पॉकेटमारों की लॉटरी लग जाती है. रविवार को छातापुर के मेंहदीपुर निवासी राजेश भगत अपने पुत्र का मुंडन करवाने सिंहेश्वर मंदिर आये थे, मुंडन करवाने के बाद राजेश पुजा करने गर्भ गृह में पहुंचे वहां चोरों ने उनके पॉकेट पर हाथ साफ कर लिया. राजेश के पॉकेट में करीब 7000 रूपये थे जो चोरी हो गयी. इसके अलावे गम्हरिया के मनोज कुमार पासवान के जेबी से पचपन सौ रूपया गायब कर दिया गया.
वहीं सोमवार को मधेपुरा के एक पत्रकार जब पुजा करने सिंहेश्वर पहुंचे तो पुजा करने के दौरान उनकी भी 2300 रुपये की पॉकेटमारी कर ली गई. जिसकी जानकारी तुरंत ही कार्यालय को दी गई और जब उन्होंने सीसीटीवी फूटेज से जानकारी लेने की कोशिश की तो पता चला कि मंदिर का सीसीटीवी कैमरा पुर्व से ही खराब है एवं कार्यालय में यह भी बताया गया कि बिजली कटने के बाद सीसीटीवी कैमरा बंद हो जाता है. चूंकि भीड़ वाले दिन रविवार एवं सोमवार को छोड़ दिन में जेनेटर चलाने की अनुमति नही दी गई है. जबकि रविवार एवं सोमवार दोनों ही दिन चोरी हो चुकी है.
बिजली गुल और पॉकेट हुआ खाली : मंदिर प्रशासन श्रद्धालुओं के सुरक्षा को लेकर कितना लापरवाह बना हुआ इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दिन में बिजली गुल होने के बाद जेनरेटर नहीं चलती है. अगर बिजली गुल हुई तो पूरा मंदिर परिसर में अंधेरे में खो जाता है. खासकर बाबा का गर्भगृह में अंधेरा छाया रहता है. पॉकेटमार भी भीड़ में बिजली गुल होने का इंतजार करते रहते है. जैसे ही बिजली गुल होती है पॉकेटमार लोगों के जेब पर हाथ साफ कर बैठता है. चूंकि भीड़ इतनी अधिक रहती है कि श्रद्धालुओं का बटुआ कब खाली हो जाये कहना मुश्किल रहता है.
सिंहेश्वर बाबा भी अंधेरे में : सिंहेश्वर बाबा की चल अचल संपति वर्तमान में अरबों की बतायी जा रही है. इसके बावजूद अरबपति बाबा सिंहेश्वर को अंधेरे में दिन काटना पड़ रहा है. जबकि प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु बाबा की पूजा-अर्चना करने पहुंचते हैं. इसके बावजूद दिन में बाबा के गर्भगृह को अंधेरे में रखा जाता है. इसके पीछे की कई वजह हो सकती है लेकिन आम श्रद्धालु तो यही कहते रहते है कि कम से कम बाबा भोलेनाथ को भी तो बख्श दो.
शार्ट-सर्किट का अच्छा है बहाना: सिंहेश्वर मंदिर में लाखों की लागत से सीसीटीवी कैमरे लगाये गये थे. हर वर्ष इसकी मरम्मती के नाम पर भी हजारों खर्च किये जाते है. लेकिन जब भी मंदिर में पॉकेटमारी या चोरी होती है तो सीसीटीवी कैमरे में भी खराबी की बात सामने आ जाती है. कैमरा खराब होने के पीछे शार्ट सर्किट का सबसे अच्छा बहाना रहता है. उधर, कार्यालय प्रभारी बिनोद यादव ने कैमरें की स्थिति की जानकारी लेने पर बताया गया कि मंदिर परिसर में कुल 16 कैमरें है जिसमें 10 कैमरें को दो दिन पुर्व ही सही किया गया है एवं बांकी बचे छह कैमरे को मंगलवार के दिन मरम्मत कराया जायेगा. उन्होंने बताया कि कैमरें की तार शार्ट सर्किट होने की वजह से कैमरे खराब हो रहे है. वहीं दुसरी तरफ जब जेनेटर की जानकारी ली गयी तो उन्होंने बताया कि भीड़ वाले दिन रविवार एवं सोमवार को दिन में जेनेटर चलाया जाता है, लेकिन सोमवार को जेनेटर चलाने वाला मौजूद नहीं था. इसके कारण जेनेटर नही चलाया गया.

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