घने कोहरे के बीच पछिया हवा के कारण मौसम का पारा रविवार को गिर कर 13 डिग्री पर पहुंच गया. सुबह में शहर ठहर सा गया था. जिले की मुख्य सड़क सहित प्रखंडों में भी इसका असर देखने को मिला.
Advertisement
पछिया हवा ने कराया लोगों को ठंड का एहसास
घने कोहरे के बीच पछिया हवा के कारण मौसम का पारा रविवार को गिर कर 13 डिग्री पर पहुंच गया. सुबह में शहर ठहर सा गया था. जिले की मुख्य सड़क सहित प्रखंडों में भी इसका असर देखने को मिला. मधेपुरा : जिले में घने कुहासे के साथ बह रही पछिया हवा के कारण मौसम […]
मधेपुरा : जिले में घने कुहासे के साथ बह रही पछिया हवा के कारण मौसम का पारा अचानक से नीचे गिर गया. कुहासे के बीच कपकपी वाली ठंड से आम लोगों को दोपहर बाद ही निजात नहीं मिली. कुहासे के कारण दिन भर सूर्य की गर्मी के लिए लोग लालायित रहे. हालांकि दोपहर बाद सूर्य की लाली तो दिखी लेकिन शाम होते ही बादलों ने सूर्य को अपने आगोश में ले लिया. इस दौरान वाहन चालक दिन में भी लाइट जला कर सड़क पर चलने को मजबूर हो गये. ठंड में सुबह- सुबह स्कूल जाने वाले बच्चों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. खासकर आगंनबाड़ी केंद्रों पर पढ़ने वाले नैनिहालों को ठंड अब सता रही है.
गौरतलब है कि इसवर्ष के ठंड ने आगमन के साथ लोगों को थोरी राहत दी थी. लेकिन रविवार की सुबह ठंड ने विकराल रूप धारण कर लिया था. तेज पछिया हवा शरीर को चूभने लगी थी. इस दौरान इलाके का न्यूनतम तापमान जहां 13 डिग्री रहा, वहीं अधिकतम तापमान 27 डिग्री था.
संकट में घिरा आम जनजीवन . आम जनजीवन पर बढते ढंड का सबसे अधिक असर देखा जा रहा है. खास कर गरीब तबके के लोग ठंड के कारण परेशान होने लगे है. ठंड बढने से बच्चे व बुजुर्गों के साथ-साथ आम लोगों की सेहत पर संकट के बादल अभी से मंडराने लगा है. बढते ठंड को देखते हुए कई जगह लोग अलाव जला कर ठंड से बचने का प्रयास करते रहे.
ठंड ने किया जीन मुहाल . रविवार को अचानक से ठंड बढने के कारण जिला मुख्यालय सहित आसपास की सड़कें दिन के दस बजे तक सुनी रही. सुबह सुबह ठंड में लोग घरों में दुबकने में ही भलाई समझी. अतिआवश्यक काम से ही लोग सड़क पर निकले. तेज पछिया हवा के कारण ठंड में चुभन भी थी. वहीं दूसरी ओर लोगों ने ठंड से बचने के लिए दिन भर अलाव का सहारा लिया. उधर, रिक्शा व टमटम चालक, ठेला मजदूरों की हालात ठंड के कारण दयनीय हो गयी है.
गरीब व लाचार लोगों के लिए ठंड ने काल का रूप धारण कर लिया है.
ठंड बनी बच्चों का दुश्मन . हांड़ कंपा देने वाली ठंड में बच्चों के बीमार होने की आशंका से अधिकांश अभिभावक सशंकित होने लगे हैं. ठंड के कारण सड़क पर पैदल जाने वाले स्कूली बच्चे खास कर ज्यादा प्रभावित हो रहे है. डॉक्टरों का मानना है कि कड़ाके की ठंड बच्चों की दुश्मन होती है. ठंड में विशेष सावधनी बरतने की जरूरत है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement