मधेपुरा : शहर के इन तारों को वर्षों से न तो बदला गया है और न ही टाइट किया गया है. प्राइवेट मिस्त्री की मानें तो शहर के सभी तार इतने पुराने हो गये हैं कि अगर इन्हें टाइट किया जाय, तो तुरंत टूट जायेगा. कॉलेज चौक और समाहरणालय के पास तो स्थिति और भी भयावह है. शहर वासियों की मानें तो विद्युत विभागीय की लापरवाही एक बड़े हादसा को जन्म देगी. वहीं जर्जर वायर के कारण अक्सर विद्युत आपूर्ति भी बाधित होती है.
कमजोर तार के चलते प्रतिदिन छोटी-मोटी घटना घर रही है. शहर के छात्र रूपेश कुमार, गौतम कुमार, मनीष कुमार, सौरभ कुमार आदि ने कहा कि जब विभाग समय पर उपभोक्ताओं से बिजली बिल का भुगतान करवाती है तो यह विभाग की जिम्मेवारी है कि वह उपभोक्ताओं को सुरक्षित और नियमित रूप से विद्युत आपूर्ति करें. विद्युत आपूर्ति बाधित होने के बाद सबसे अधिक परेशानी छात्रों को होती है.