उदाकिशुनगंज : स्थानीय थाना क्षेत्र में दो अलग-अलग गांव में एक ही रात घटित हत्या व डकैती कांड में मात्र हत्या के मामले में एक आरोपी को पुलिस गिरफ्तार कर सकी है. जबकि डकैती कांड में गिरफ्तारी शून्य रहा है. दरअसल आनंदपुरा गांव की मीना देवी के पांच वर्षीय पुत्र रणविजय कुमार की हत्या गला घोट कर सोमवार शाम कर दी गयी थी.
हत्याकांड में मृतक बच्चे की मां ने एक महिला समेत एक ही परिवार के तीन लोगों के विरूद्ध मामला दर्ज करायी थी. घटना ने समाज को झकझोर कर रख दिया. चूंकि इतनी सी छोटी उम्र में किसी से कोई विवाद की उम्मीद ही नहीं की जा सकती है. यह भूमि विवाद अभियुक्त ढोको यादव एवं बच्चे के पिता रमेश यादव के बीच था.
दोनों की लड़ाई में इस अबोध बच्चे की निर्मम हत्या कर दी गयी. हालांकि इस मामले को पुलिस काफी गंभीरता से ली है. यही वजह रहा है कि एक नामजद अभियुक्त रवि कुमार बड़ी ही चालाकी के साथ गिरफ्तार करने में पुलिस सफल रही. लेकिन मुख्य आरोपी ढोको यादव को गिरफ्तार करना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है.
चूंकि ढोको यादव का अपराध जगत से काफी पुराना रिश्ता रहा है.पड़ोसी जिला को बना सकता है शरण स्थली ढोको यादव पड़ोस के खगडि़या जिले के बैलदौर थाना अंतर्गत एक खास गांव को अपना शरण स्थली बना सकता है.
चूंकि इन गांव से इसका पुराना रिश्ता रहा है. यह गांव इसके लिए सेफ जॉन साबित होते रहा है. उक्त गांव आमलनगर थाना क्षेत्र के सीमावर्ती पर बसा हुआ है. हालांकि सहरसा जिले के सौरबाजार थाना क्षेत्र में ये अपना शरणस्थली बना सकता है.
खैर जो भी हो किंतु ढोकों की गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती बन कर सामने जरूर है. डकैती कांड में एक की भी गिरफ्तारी नहीं प्रखंड क्षेत्र में सोमवार की रात रामपुर खोरा गांव निवासी कमलेश्वरी यादव के घर दर्जनों हथियार बंद अपराधियों ने डकैती कर घटना को अंजाम देकर पुलिस की नींद हराम कर दिया.
इस घटना में गृह स्वामी के घर से अपराधियों ने नकदी सहित कीमती आभूषण, वस्त्र लूट लिया. जिससे गृह स्वामी को लगभग ढ़ाई लाख रूपये का नुकसान हुआ है. लेकिन उक्त मामले में अभी तक पुलिस किसी भी अपराधियों की पहचान नहीं कर पायी है. पैसे के लैन देन के कारण घटी घटना रामपुर खोरा गांव के ही अजय मंडल नामक व्यक्ति यहां गुंडा बैंक चलाता था.
जिस गुंडा बैंक में गांव के उमेश यादव, कमलेश्वरी यादव व पुत्र विमल यादव लाखों रूपये जमा करवाये थे. लेकिन बाद में गुंडा बैंक के संचालक परिवार समेत भाग निकला. उसी पैसे की वापसी को लेकर उमेश यादव द्वारा कमलेश्वरी यादव पर दबाव बनाया जा रहा था. इसी क्रम में सोमवार की रात डकैती जैसी घटना घट गयी. जिस घटना में उमेश यादव का नाम आ रहा है.
अगर उमेश यादव को कमलेश्वरी से रूपया वापस लेना ही था तो इस तरह का रास्ता क्यों चुना? ऐसा करने से रूपया वापस तो नहीं हो सकता. पुलिस की इस तथ्य पर भी छानबीन कर रही है.
— वर्जन — हत्या कांड के अन्य दो अभियुक्तों की गिरफ्तारी जल्द होगी. डकैती की घटना को लेकर पुलिस जांच कार्य में जुटी हुई है. सत्य सामने आते ही दोषी को किसी भी परिस्थिति में गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई की जायेगी. केबी सिंह थानाध्यक्ष, उदाकिशुनगंज, मधेपुरा