अलीगंज : प्रखंड की आबादी लगभग डेढ़ लाख है पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक भी महिला चिकित्सक की प्रतिनियुक्ति नहीं रहने से खास कर महिलाओं को काफी परेशानियों का सामान करना पड़ता है. प्रखंड की आधी आबादी को अब भी बेहतर चिकित्सा सुविधा नहीं मिल पा रही है.
पूरे प्रखंड की बेहतर सुविधा की जिम्मेदारी संभालने वाले अलीगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्थापना काल से ही एक भी महिला चिकित्सक की प्रतिनियुक्ति नहीं की गयी है. जिससे महिलाओं को प्रसव व बंध्याकरण में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इस कारण या तो महिला मरीजों को पुरुष चिकित्सक से उपचार कराना पड़ता है यास फिर अन्यत्र अस्पताल की दौड़ लगानी पड़ती है.
बताते चलें कि प्रखंड स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में महिलाओं का प्रसव कराने के साथ साथ परिवार नियोजन का कैंप भी लगाया जाता है. महिलाओं को सुरक्षित प्रसव कराने के लिए चिकित्सकोे को एएनएम पर ही निर्भर रहना पड़ता है. समाजसेवी महिला सुलेखा देवी,कमला देवी,रानी सिंह,पूजा पाठक आदि कहती हैं कि एक ओर जहां सरकार पंचायत चुनाव में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दे रही है.
वहीं सरकारी नौकरी में भी 33 प्रतिशत आरक्षण देेने की घोषणा कर रहीं है. लेकिन स्वास्थ्य के क्षेत्र में महिलाओ को बेहतर सुविधा मुहैया कराने की दिशा में गंभीर प्रयास नहीं किये जा रहे है. क्षेत्र के समाजसेवी महिलाओं ने सरकार से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अलीगंज में महिला चिकित्सक की प्रतिनियुक्ति कराने की मांग किया है.