लखीसराय: जिलाधिकारी लखीसराय को दिये पूर्व सूचना के अनुसार आरटीआइ कार्यकर्ताओं ने जिला लोक सूचना अधिकार मंच के बैनर तले बुधवार की दोपहर से मंच के संयोजक टुनटुन प्रसाद सिंह के नेतृत्व में अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आमरण अनशन शुरू किया. श्री सिंह के साथ आमरण अनशन पर कमल किशोर सिंह, बटोही यादव, रामचंद्र […]
लखीसराय: जिलाधिकारी लखीसराय को दिये पूर्व सूचना के अनुसार आरटीआइ कार्यकर्ताओं ने जिला लोक सूचना अधिकार मंच के बैनर तले बुधवार की दोपहर से मंच के संयोजक टुनटुन प्रसाद सिंह के नेतृत्व में अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आमरण अनशन शुरू किया. श्री सिंह के साथ आमरण अनशन पर कमल किशोर सिंह, बटोही यादव, रामचंद्र मंडल, संजय सिंह पर बैठे हैं.
आमरण अनशन का नेतृत्व कर रहे जिला संयोजक टुनटुन सिंह ने बताया कि इस संबंध में उनलोगों के द्वारा विगत छह अप्रैल को जिलाधिकारी को सूचना दे दी गयी थी. जिसमें उन लोगों ने अपने मांगों को भी रखने का काम किया. मौके पर श्री सिंह ने कहा कि उनकी मांगों में सूचना अधिकार अधिनियम 05 का ससमय अनुपालन व निष्पादन तथा समाहरणालय, जिला विकास अभिकरण, अनुमंडल एवं जिला अंतर्गत विभिन्न विभागों के कार्यालय में लंबित प्रपत्र ‘क’ एवं ‘छ’ का निष्पादन के साथ लंबित सूचनावेदन एवं अपीलीय आवेदन लंबित रखने वाले लोक सूचना अधिकारी व प्रथम अपीलीय प्राधिकार की जिम्मेदारी तय कर भ्रष्टाचार में सहयोग करने के अपराध में प्राथमिकी दर्ज हो.
उन्होंने कहा कि आमरण अनशन पर बैठे सूचनाधिकार कार्यकर्ता को फर्जी एसएसी/एसटी उत्पीड़न निवारण कानून के तहत जिला प्रशासन के भ्रष्ट अधिकारियों द्वारा भाड़े के मुकदमाकर्ताओं द्वारा केस कर फंसाया गया है. मगर अपराध अनुसंधान विभाग द्वारा जांच में फर्जी पाया गया.
उन सभी भुक्तभोगी को मुआवजा मिले एवं साजिशकर्ता पर उसी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज होना चाहिए. अन्य वक्ताओं ने जिलाधिकारी के कार्यालय के केंद्रीय पंजी में अंकित सभी विषयों से संबंधित लंबित शिकायतों की जांच त्वरित करने, दोषियों पर न्यायोचित कार्रवाई एवं जांच लंबित रखने वाले पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों पर भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मुकदमा सुनिश्चित किया जाय. मौके पर अनशनकारियों के सहयोगी के रूप में प्रेम कुमार सिंह, सुनील कुमार चौधरी, गुड्डू कुमार, कमलेश्वरी मेहता, श्री राम भगत, मदन कुमार सहित अन्य उपस्थित थे.