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सड़क जाम में शामिल महिलाओं ने पुलिस अधिकारियों के साथ की गाली-गलौज
लखीसराय : मंसूर साव के शव बरामद होने के बाद आक्रोशित परिजन सड़क जाम कर हत्यारा एवं पुलिस को जमकर कोस रहे थे. जाम किये जाने के बाद पुलिस जब जामस्थल पर पहुंची तो वहां पर मौजूद महिलाएं उन्हें गाली-गलौज करने लगे एवं पुलिस महकमे को जमकर कोसा. महिलाओं का मानना था कि पुलिस की […]
लखीसराय : मंसूर साव के शव बरामद होने के बाद आक्रोशित परिजन सड़क जाम कर हत्यारा एवं पुलिस को जमकर कोस रहे थे. जाम किये जाने के बाद पुलिस जब जामस्थल पर पहुंची तो वहां पर मौजूद महिलाएं उन्हें गाली-गलौज करने लगे एवं पुलिस महकमे को जमकर कोसा. महिलाओं का मानना था कि पुलिस की गलत नीति के कारण ही मंसूर साव की जान गयी है. महिलाओं ने जाम नहीं हटाने की पूरी तरह ठान ली.
जाम स्थल पर नहीं पहुंचे कवैया थानाध्यक्ष राजीव कुमार
लखीसराय. शहर के अष्टघट्टी मोड़ के समीप व्यवसायी हत्या के बाद सड़क जाम किये जाने के बाद कवैया थानाध्यक्ष राजीव कुमार जामस्थल पर नहीं पहुंचे. जामस्थल पर टाउन थानाध्यक्ष अभिजीत कुमार, तेतरहाट थानाध्यक्ष संजीव कुमार, रामगढ़ चौक थानाध्यक्ष धीरेंद्र पाठक एवं पुलिस लाइन के निरीक्षक एवं डीएसपी स्तर के अधिकारी एवं एएसपी मनीष कुमार तथा एसडीओ मुरली प्रसाद सिंह पहुंचे थे. इस दौरान जामस्थल पर मौजूद आक्रोशित लोगों की फजीहत उपस्थित अधिकारी को झेलना पड़ी.
वहीं आक्रोशित लोग कवैया थानाध्यक्ष को खोज रहे थे. स्थानीय लोगों का मानना था कि अगर जामस्थल पर कवैया थानाध्यक्ष राजीव कुमार पहुंचते तो पब्लिक एवं पुलिस के बीच झड़प होना लगभग तय था. गनीमत था कि जामस्थल पर मौजूद पुलिस अधिकारी खरी खोटी सुनकर उस पर कोई कार्रवाई नहीं की अन्यथा मामला और आगे बढ़ सकता था.
परिजन को शुरू से ही दीपक फर्नीचर हाउस के मालिक पर था शक
लखीसराय. मंसूर साव के परिजनों को शुरू से ही दिलीप चौधरी पर शक था, लेकिन कवैया पुलिस परिजन को उस पर से ध्यान हटाने की कोशिश कर रही थी. पुलिस ने दिलीप चौधरी को एफआइआर होने के बाद पुलिस हिरासत में लेकर छोड़ दिया था, लेकिन मंसूर साव के पुत्र एवं स्थानीय लोगों ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज पेश किया, तो उसे गिरफ्तार किया, लेकिन दिलीप चौधरी से कुछ भी उगलवाने से पूर्व ही पुलिस ने उसे जेल भेज दिया.
कुछ देर के लिए नाटकीय हुआ माहौल
लखीसराय. अष्घट्टी मोड़ के समीप शव को रखकर जाम रहे लोगों को एएसपी मनीष कुमार व एसडीओ मुरली प्रसाद सिंह द्वारा कवैया थानाध्यक्ष राजीव कुमार पर कार्रवाई करने तथा आरोपित दिलीप चौधरी को रिमांड लेने को आश्वासन दिया गया जिसपर कई आक्रोशितों ने जाम हटाने की बात कही. वहीं जामस्थल से ऑटो लेकर शव उठाने पुलिस जवानों ने फिर आक्रोशित ने खदेड़कर वहां से भगा दिया तथा मुंगेर प्रक्षेत्र के डीआइजी मनु महाराज की बुलाने की मांग पर रहे. इस दौरान कुछ रोड़ेबाजी भी हुई, हालांकि इसमें किसी को कोई चोटें नहीं आयी.
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