लखीसराय : जिले में अपराधियों के हौसले एक बार फिर सातवें आसमान पर पहुंच रही है. शुक्रवार की रात नकाबपोश अपराधियों ने मिठाई व्यवसायी के पुत्र के साथ लूट की घटना को अंजाम दिया. मिठाई व्यवसायी सोहन कुमार के पुत्र अमित कुमार लोहिया चौक स्थिति शीतला मिठाई दुकान बंद कर अपने होंडा बाइक से रात के 10 बजे अपने रामसेन टोला स्थित घर जा रहे थे.
ज्योंही मिश्रा टोला के पास अरुण सिंह घर के पास पहुंचा कि ताक लगाये बैठे दो नकाबपोश सशस्त्र अपराधियों ने उसे दोनों ओर से कनपटी में पिस्तौल सटाकर उसके पास मौजूद लाइसेंसी लोडेड रिवाॅल्वर, गले में पहने हुए तीन भर के सोने का चेन, 10 हजार नकद राशि, दो महंगे मोबाइल सहित लगभग आठ लाख रुपये की संपत्ति को लूटने में कामयाब रहा, जिसमें पिस्टल का ही दाम साढ़े छह लाख रुपये बताया जा रहा है, जबकि अपराधियों ने उसके पास मौजूद बैंक एटीएम, पैन कार्ड व आधार कार्ड को उसे वापस कर दिया.
इतना ही नहीं हथियारबंद अपराधियों ने अमित से उससे छीने मोबाइल को खोलने का तरीका पूछ कर मोबाइल खोला और सीखा भी. घटना के बाद अपराधियों ने अमित के लूटे गये मोबाइल नंबर 7857031254 से उसकी मां के मोबाइल नंबर पर रात के 12.04 बजे फोन कर 30 लाख रुपये की मांग भी की तथा पुलिस को सूचना दिये जाने पर जान से मार देने की धमकी दी.
घटना को लेकर अमित ने रात में ही बड़हिया पुलिस को सूचना देने के साथ ही लिखित शिकायत दर्ज किया. वहीं घटना की जानकारी होने के बाद पुलिस अपराधियों की तलाश में जुट गयी है. इस संबंध में पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी कर रही है, लेकिन घटना में शामिल अपराधियों को लेकर अभी पुलिस के पास कुछ भी पुख्ता सबूत हाथ नहीं लगने की बात कही जा रही है.
पीड़ित अमित ने बताया कि वे रात के 10 बजे अपनी दुकान बंद करके अपने घर जा रहा थे. रास्ते में अरुण बाबू के घर के समाने ज्यों ही ठोकर पर उन्होंने अपनी बाइक धीमे की वैसे ही दोनों ओर से नकाबपोश सशस्त्र अपराधियों ने पिस्तौल सटा कर उनके पास मौजूद लाइसेंसी लोडेड रिवाॅल्वर, गले में पहना हुए सोने की चेन,10 हजार नकद राशि, दो महंगे मोबाइल छीन लिये.
बैंक का एटीएम, पेन कार्ड व आधार कार्ड लौटा दिया. उसके ही लूटे मोबाइल से अपराधियों ने बाद में 30 लाख रुपये की मांग भी की और पुलिस को सूचना देने पर जान से मार देने की धमकी भी दी. अमित ने बताया कि पांच वर्ष पहले उसके भाई को इसी दुकान पर अपराधियों ने गोली मार दी थी. जिसके बाद आत्मरक्षा के लिए जिला प्रशासन से 2017 में रिवाल्वर का लाइसेंस लिया था. जिसको वह हमेशा साथ रखता था, लेकिन दोनों ओर से अपराधियों द्वारा एकाएक पिस्टल का नोक सटा दिया गया, जिसके वे लाचार हो गये थे.
इस संबंध में बड़हिया थानाध्यक्ष डीके पांडेय ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है. तीन लोगों को पुलिस संदेह के आधार पर हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. जल्द ही घटना में शामिल अपराधी पुलिस की गिरफ्त में होंगे.