लखीसराय : आसन्न लोकसभा चुनाव को लेकर कोई भी धार्मिक, जातीय भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर अपना उल्लू सीधा कर सकता है. उक्त बातें सदर थाना परिसर में 10 अप्रैल को भारत बंद को लेकर लखीसराय विद्यापीठ चौक में घटित दो पक्षों के बीच मारपीट की घटना को लेकर आयोजित शांति समिति की बैठक में अनुमंडलाधिकारी मुरली प्रसाद सिंह द्वारा कही गयी. एसडीओ ने सावधान करते हुए कहा कि किसी एक घर में सामाजिक सौहार्द बिगड़ने रूपी संक्रामक बीमारी घर कर जाती है
तो इसकी कोई गारंटी नही की पड़ोसी आक्रांत नही हो. पड़ोसी किसी जाति या धर्म का क्यों न हो सामंजस्य रखना परिवार, समाज, गांव, शहर, देश के हित में है. इस तरह की घटनाओं में निर्दोष, निरीह व्यक्ति ही शिकार होता है. इस तरह की घटनाओं में उपद्रवी, अवांछित तत्व नाजायज लाभ उठाने के फिराक में अपनी गिद्ध दृष्टि लगाये रहता है. उन्होंने कहा कि सामाजिक सौहार्द बिगाड़ के दंगा कराके कोई वोट भले प्राप्त कर सकता है लेकिन इसका खामियाजा अगली पीढ़ी को भोगना पड़ सकता है.
सामाजिक सौहार्द बिगड़ने पर जहां-तहां आप रात दिन सोते बैठते थे उस गली से भी गुजड़ने में बीस बार सोचना पड़ता है. विदित हो कि 10 अप्रैल को भारत बंद के दौरान उपद्रवियों ने जमकर उत्पात किया था तथा कई गाड़ियों के साथ तोडफ़ोड़ की भी घटना किया गया था. कई लोगों की पिटाई किये जाने को लेकर दो पक्षों में जम के रोड़ेबाजी में दोनों पक्षों से कई लोग जख्मी हो गया था. बैठक में कई वक्ताओं ने संवेदनशील जगहों पर सीसीटीवी कैमरा लगाने की बात कही. अनुमंडलाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित शांति समिति की बैठक में एसडीपीओ पंकज कुमार, बीडीओ मंजुल मनोहर मधुप, अंचलाधिकारी अरुण कुमार, पुलिस निरीक्षक सह सदर थानाध्यक्ष गौतम कुमार सिंह, कवैया थानाध्यक्ष पंकज कुमार झा, अवर निरीक्षक नरेश कुमार नगर परिषद अध्यक्ष अरविंद पासवान, जदयू जिलाध्यक्ष रामानंद मंडल, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रो देवानंद साहू , पूर्व मुखिया पंकज कुमार, मुकुल कुमार, मो फिरोज, महेश यादव, चंदन कुमार, रामदुलार केवट, हीरा कुमार साव, रंजीत राम, देवकीनंदन मंडल,अरुण ठाकुर, बालकृष्ण वर्मा आदि ने भी अपने-अपने सुझावों को रखा.