किशनगंज/दिघलबैंकः एसएसबी 12वीं वाहिनी के डी कंपनी मुख्यालय दिघलबैंक में शुक्रवार को भारत नेपाल मैत्री परिसंवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसमें दोनों देश के पत्रकार, स्थानीय जनप्रतिनिधि, समाज के प्रबुद्ध लोग व एसएसबी के अधिकारी शामिल हुए. इस अवसर पर एसएसबी 12वीं वाहिनी के सेनानायक अशोक कुमार झा ने कहा कि बॉर्डर मैनेजमेंट तब तक हम बढ़िया ढंग से नही कर सकते है जब तक ग्रामीणों का सहयोग नही मिले. उन्होंने कहा कि आम नागरिकों को कष्ट ना हो यह हमारा प्रयास रहता है. कार्यक्रम की शुरुआत में कार्यक्रम में मौजूद दिघलबैंक प्रखंड प्रमुख नादिर आलम ने कहा कि सीमा क्षेत्र में रहने के कारण हर ग्रामीणों का भी कुछ दायित्व है.
जितनी जिम्मेदारी से एसएसबी कार्य करते है उतनी ही जिम्मेदारी हमारी भी है. प्रखंड प्रमुख ने कहा कि पूर्व में जब एसएसबी तैनात नहीं थे, तब हम असुरक्षित महसूस करते थे. पड़ोसी देश नेपाल में माओवादी का साम्राज्य बढ़ने से हम खतरा महसूस करते थे. लेकिन, एसएसबी की तैनाती से हम सुरक्षित महसूस करते है. कार्यक्रम में शामिल स्थानीय लोहागाड़ा निवासी मुख्तार आलम ने कहा कि एसएसबी सीमा सुरक्षा के साथ साथ सामाजिक कार्यो में भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रही है. उन्होंने बताया कि उनके चचेरे भाई को अचानक खून की जरूरत हो गयी. एसएसबी के कंचनबाड़ी यूनिट के जवानों ने दो यूनिट खून देकर उनकी जान बचायी.
हर सुख दुख में एसएसबी का साथ मिलने की बात बताते हुए उन्होंने कहा कि गांव के खुर्शिद आलम के घर में आग लग गयी. एसएसबी केजवान नाला से पानी निकाल निकालकर आग बुझाने का काम किया. हेड मौलवी मोइउद्दीन अंसारी ने कहा कि स्वास्थ्य शिविर, मुफ्त दवा, चापाकल, स्कूलों में खेलकूद का सामान देने के साथ साथ सीमा क्षेत्र में विकास का श्रेय एसएसबी को ही जाता है.
कार्यक्रम में पत्रकारों ने भी भारत नेपाल मैत्री परिसंवाद विषय एवं एसएसबी की भूमिका पर अपने विचार रखे. प्रेस मीट में नेपाल से आये स्वतंत्र दैनिक अखबार के पत्रकार सद्दाम अंसारी, किशनगंज प्रभात खबर के संवाददाता अवधेश झा व नरेंद्र कुमार गुप्ता समेत अन्य को एसएसबी ने स्मृति चिह्न् भेंट कर सम्मानित किया. इस अवसर पर एसएसबी डिप्टी कमांडेंट राजेश कुमार, 36वीं वाहिनी के सहायक सेनानायक योगेस कुमार सैनी, कंपनी प्रभारी इंस्पेक्टर ललित मोहन डोभाल समेत दर्जनों ग्रामीण मौजूद थे.