दिघलबैंक : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किये गये आर्थिक सर्जिकल स्ट्राइक का असर जहां पूरे देश में है वहीं पड़ोसी देश नेपाल में भी इस सर्जिकल स्ट्राइक से लोग परेशान हैं. पूरे नेपाल में शुरू से भारतीय करेंसी बे-रोक-टोक चलती है तथा नेपाल के सीमावर्ती इलाकों में काफी संख्या में कारोबारियों और आम आदमी के पास भारतीय करेंसी आसानी से उपलब्ध है. अब जब पुराने नोट पर प्रतिबंध लग गया है तो नेपाल के लोगों को कुछ समझ में नहीं आ रहा है क्या करें?
उधर रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के द्वारा जारी दिशा निर्देश के अनुसार नोट एक्सचेंज के लिए पहचान पत्र अनिवार्य है. नेपाल के झापा निवासी अमित कुमार 1000 का नोट लेकर सेट्रल बैंक की दिघलबैंक शाखा में एक्सचेंज कराने आये थे मगर उन्हें वापस लौटना पड़ा और ऐसे सैकड़ों लोग थे जो वापस लौट गए. सीबीआई दिघलबैंक के शाखा प्रबंधक बीएन सिन्हा ने इस संबंध में बताया कि जो निर्देश अब तक प्राप्त हुए है उस लिहाज से नेपाली नागरिकता के प्रमाण पत्र पर राशि बदली नहीं जाएगी,जब तक कोई नया निर्देश नहीं आ जाता है. विदेशी नोट एक्सचेंज काउंटर पर ही तत्काल इसकी व्यवस्था होगी.