किशनगंज : केंद्र सरकार के आदेश पर 500 और 1000 के नोट बंद होने के बाद अब नयी करेंसी बाजार पहुंच चुकी है, लेकिन लंबी-लंबी लाइने खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं. बैंकों के सामने नोट का भी संकट खड़ा हो गया है.
कारण यह है कि आम लोग दो हजार रुपये का नोट लेना नहीं चाहते हैं. बाजार में कोई भी दुकानदार अथवा व्यापारी 2000 के खुल्ले देने के लिए तैयार नहीं है. दूसरी ओर एटीएम में भी अभी सिर्फ 100 के नोट ही लगाए जा रहे हैं, लेकिन यहां से रुपये निकालने के लिए घंटों तक लाइन में खड़े रहना पड़ता है.
एटीएम के बाहर सुबह से लोगों की लंबी कतारें लगी रहीं. बैंकों के सामने भी लोगों के लिए करेंसी उपलब्ध कराने में परेशानी हो रही है. दूसरी ओर नोटों के अलावा 10 रुपये के सिक्कों की बड़ी मात्रा में बैंकों में पहुंचने शुरू हो गए है.बड़े नोट बंद होने से सबसे ज्यादा असर शहर के कारोबार पर हुआ है. साड़ी, किराना, इलेक्ट्राॅनिक बाजार पूरी तरह से ठप रहा. इक्का दुक्का ग्राहक ही दुकानों पर पहुंच रहे हैं. इससे दुकानदारों का तो बिजली और कर्मचारियों का खर्च भी निकल रहा है.
शहर मुख्य बाजार, चूड़ीपट्टी, नेमचंद रोड, धर्मशाला रोड सहित अन्य जगहों पर दोपहर में दुकानें खाली रहीं. व्यापारी और दुकानदार ग्राहकों को इंतजार करते रहे. शहर में लगे एटीएम में पूरे दिन में दो से तीन बार नोटों को बैंक अधिकारी और कर्मचारियों द्वारा डलवाया गया. एटीएम पर भीड़-भाड़ अधिक होने कर्मचारियों को भी कुछ मुश्किलें आयी.
कर्मचारी एसबीआई मुख्य शाखा के नीचे, समाहरणालय, एमजीएम मेडिकल कालेज सहित अन्य जगहों पर लगे एटीएम में नोट डलवाए. एसबीआई मुख्य प्रबंधक चंपक दास का कहना है कि जिले कई एटीएम मशीनों को चालू करा दिया गया है. शेष एटीएम पर भी काम चालू हैं.