किशनगंजः बिहार पंचायत नगर शिक्षक संघ जिला इकाई के सदस्यों ने शनिवार को 19 सूत्री मांगों के समर्थन में समाहरणालय के समीप एक दिवसीय धरना प्रदर्शन में भाग लिया. तत्पश्चात शिक्षकों के एक शिष्टमंडल ने जिला पदाधिकारी से मिल मुख्यमंत्री को प्रेषित पत्र उन्हें सौंपा. इस मौके पर उपस्थित शिक्षकों का कहना था कि राज्य की शिक्षा व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने में नियोजित शिक्षक अहम भूमिका निभाते है. इसके बावजूद परिश्रमिक के रूप में उन्हें नियत वेतन दिया जाता है.
शिक्षकों ने इस मौके पर समान काम का समान वेतन के संवैधानिक अधिकार के तहत नियोजित शिक्षकों को वेतनमान सहित राज्य कर्मियों की तरह तमाम सुविधाएं दिये जाने की मांग की. इसके साथ ही शिक्षकों ने दक्षता परीक्षा अनुत्तीर्ण शिक्षकों की छंटनी पर अविलंब रोक लगाने, दक्षता परीक्षा 09 में सम्मिलित शिक्षक जो 2010 व 13 के दक्षता परीक्षा में प्रथम बार में उत्तीर्ण हो उन्हें नियामानुकूल नियोजन के तीन वर्ष पूर्ण की अवधि से वेतन वृद्धि का लाभ दिये जाने, नियोजित शिक्षकों को नियोजन इकाई के बाहर ऐच्छिक स्थानांतरण, भत्ता, ग्रुप जीवन बीमा, भविष्य निधि व ऋण सुविधा का लाभ दिये जाने, नियोजित शिक्षकों को प्रथम नियोजन तिथि से सेवा निरंतरता का लाभ दिये जाने, वेतन भुगतान कोषागार से किये जाने, आंदोलन के दौरान दर्ज मुकदमे वापस लेने, हड़ताल अवधि का वेतन भुगतान करने, गैर शैक्षणिक कार्यो से मुक्त करने, संघ व सरकार के बीच हुए समझौते को लागू करने, आकस्मिक निधन के पश्चात आश्रितों को एक मुश्त 10 लाख रुपये देन, मार्च 13 का लंबित वेतन एवं ऐरियर का भुगतान अविलंब करने सहित कई अन्य मांगे शामिल है. शिक्षकों ने कहा कि अपनी मांगों के समर्थन में आगामी 17 फरवरी को अधिक से अधिक संख्या में पटना जायेंगे तथा अनिश्चितकालीन विधान सभा घेराव को सफल बनायेंगे.
मौके पर संघ के जिलाध्यक्ष नईम यजदानी, रागीबुर्रहमान, मोहसीन अंजर, असगर अनीस, प्रमोद पांडे, अरुण ठाकुर, मो अजीमुद्दीन, नौशाद आलम, अब्दुल कादिर, आसीफा आजमी, अफसाना परवीन, अख्तरी बेगम उपस्थित थे.