बहादुरगंज(किशनगंज) : राज्य सरकार मदरसा शिक्षकों को काम के नाम पर तनख्वाह तो दे रही है, लेकिन मदरसा कर्मी बीते 40 वर्षों से सिर्फ सर्टिफिकेट बांटने में ही व्यस्त है. इससे तालीम की घोर कमी के साथ कौम मिल्लत सब कुछ चौपट हो रहा है. अब भी संभल जाइये, अन्यथा आने वाली पीढ़ी हमें कभी माफ नहीं करेगी.
सर्रापुल गोपालपुर समीप अजीम नेशनल स्कूल असरारनगर के उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री डा अब्दुल गफुर ने ये बातें कही. उन्होंने कहा कि अजीम नेशनल स्कूल के संस्थापक भाई अजीम ने सीमांचल की इस बहादुरगंज की धरती पर बेहतर तालीम को लेकर बीड़ा उठाया है उनके हौसले जज्बे को मेरा सलाम है. इससे पहले कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूर्व मंत्री इसलामुद्दीन बागी ने कार्यक्रम में पधारे क्षेत्रीय हर तबके के प्रबुद्ध जनों से संस्था के उज्जवल भविष्य की दिशा में आगे आने की अपील की. उन्होंने लोगों से आग्रह करते हुए कहा कि आपका सहयोग व प्यार मिलते रहा तो अजीम नेशनल स्कूल के संस्थापक भाई अजीम ने जिस लगन व उत्साह के साथ तालीम की दिशा में साहस दिखायी है निश्चित रूप से कामयाब रहेंगे.
मौके पर मारवाड़ी कॉलेज के प्राचार्य डा टीवीआरके राव, जिला पार्षद इमरान आलम,पार्षद मुफ्ती अतहर जावेद व इकरामुल हक बागी ने भी अपने विचार रखे. कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूर्व मंत्री इस्लामुद्दीन बागी, अजीम ने नेशनल स्कूल के संस्थापक भाई अजीम, विशिष्ट अतिथि मारवाड़ी कॉलेज किशनगंज के प्राचार्य प्रो आरके राव, बहादुरगंज कॉलेज बहादुरगंज के प्राचार्य प्रो मुसब्बीर आलम व प्रथम प्राचार्य एमएस विष्टा मुख्य रूप से मौजूद थे. जबकि मंच संचालन राजद के पूर्व प्रदेश महासचिव इकरामुल हक बागी ने किया. इससे पहले मुख्य अतिथि डा गफूर ने संस्था के मुख्य गेट पर ही फीता काट कर स्कूल का विधिवत उद्घाटन किया.