फारबिसगंज: शहर के दीन दयाल चौक स्थित केसरी मुहल्ला वार्ड संख्या 17 निवासी सेवानिवृत विद्युत विभाग के कर्मी विनोद दास के 30 वर्षीय पुत्र कुणाल किशोर के आत्महत्या के मामले ने अब नया मोड़ ले लिया है. गुरुवार को मृतक युवक की नानी करुणा दास ने फारबिसगंज थाना में हत्या की प्राथमिकी दर्ज करायी है. दर्ज प्राथमिकी में कुणाल के पिता विनोद दास व उसकी सौतेली मां शोभा दास को आरोपी बनाया गया है.
राधा बल्लभ लाल दास शास्त्री नगर के हाट थाना निवासी करुणा दास ने अपने नाती कुणाल के आत्महत्या को गलत बताते हुए हत्या बताया है. इस मामले को ले कांड संख्या 481/13 दर्ज कराया है. प्राथमिकी के आवेदन में कहा गया है कि गुरुवार को 10 बज कर 30 मिनट में छोटे नाती ने मोबाइल पर यह सूचना दी कि बड़े नाती कुणाल किशोर की हत्या उसके पिता विनोद कुमार दास व सौतेली माता शोभा दास द्वारा घर पर हाथ का नस काट कर कर दी गयी और कोठी हाट एबीसी नहर में उसके शव को फेंक दिया है. छोटे नाती सतीश रंजन उर्फ कोडरर को घटना के संबंध में किसी से कुछ न कहने के लिए डराने-धमकाने की बात भी उक्त लोगों द्वारा कही गयी थी. प्राथमिकी में कहा गया है कि उसकी एक मात्र पुत्री शोभा दास पति विनोद दास की मौत करीब 19 वर्ष पहले भी संदेहास्पद अवस्था में दीन दयाल चौक स्थित उनके निवास पर हुई थी. पुत्री के दाह संस्कार में भी मेरे किसी पुत्र व परिजन को शामिल होने का इंतजार नहीं किया गया था, जिस कारण पुत्री की मृत्यु का वास्तविक कारण बाद में बड़े नाती के द्वारा ही पता चला था कि उसकी मां को रात्रि में गला दबा कर पिता जी ने ही मेरे समक्ष किया था. परंतु पिता के डर के कारण कुछ भी कार्रवाई के लिए वह तैयार नहीं था. करुणा दास ने दर्ज प्राथमिकी में आगे बताया है कि पुत्री की मृत्यु के बाद वे अपनी दोनों नाती को लेकर पूर्णिया चली आयी. लालन-पालन व पढ़ाई-लिखाई का जिम्मा भी खुद ही वहन किया. मृतक बड़े नाती ने पूर्णिया में ही बीकॉम व आइटीआइ की डिग्री प्राप्त की थी. उसने आगे बताया है कि मृतक के पिता छोटे नाती को सात वर्ष पूर्व पूर्णिया से फारबिसगंज ले आया. इसी बीच कुणाल जब आइटीआइ डिग्री प्राप्त कर लिया तो उसके पिता व उनकी सौतेली माता द्वारा उस पर फारबिसगंज में ही रहने व शादी कर यहां अपना व्यवसाय स्थापित करने का दबाव बनाया जाने लगा. इस पर राजी नहीं होने के पश्चात उसके साथ मार पीट कर हत्या करने का प्रयास किया. इधर, एक सप्ताह पूर्व सौतेली मां ने कुणाल को फोन कर पूर्णिया से बुलाया. कुणाल ने फोन पर बताया था कि पापा ने सभी प्रमाण पत्र व पैसा अपने पास रख लिया था. सौतेली मां का कोई भाई है जो विराटनगर में इनरवा में रहता है. मां-पापा मुझ पर वहीं जाकर नौकरी करने का दबाव बना रहे हैं. अपने माता-पिता द्वारा एक रूम में बंद कर खाना-पीना नहीं देने की बात भी बतायी थी. उसने फोन पर इस बात की शंका जाहिर की थी कि इस बार मां पापा उनकी जान लेकर ही मानेंगे. प्राथमिकी में छोटे नाती के साथ भी अनहोनी की आशंका जाहिर की गयी है.
मामले में थानाध्यक्ष ललन पांडेय ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है. अनुसंधान के बाद ही मामले का खुलासा हो सकेगा. इधर आरोपी विनोद कुमार दास ने अपने विरुद्ध लगाये गये आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा है कि इस मामले में उन्हें बेवजह फंसाया जा रहा है, जबकि कुणाल किशोर ने आत्महत्या की है. उन्होंने दोनों ही पुत्र से असीम स्नेह होने की बात कही.