किशनगंज : बच्चों व महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करना हम सब का सामूहिक दायित्व बनता है. रचना भवन में चाइल्ड लाइन द्वारा शिक्षा अधिकार व स्थिति विषय पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में मौजूद एसडीपीओ कामिनी वाला ने कहा कि बच्चों को अधिनियम द्वारा दिये गये
सारे अधिकारों की रक्षा करने के प्रति समाज के सभी प्रबुद्घ नागरिकों को संवेदनशील बनना होगा. उन्होंने कहा कि श्रम विभाग, बाल संरक्षण इकाई के साथ साथ कई स्वयं सेवी संस्था द्वारा की जा रही पहल को मंजिल तब मिलेगी जब हर नागरिक आगे आवेंगे.
उन्होंने कहा कि बच्चे की प्रथम पाठशाला उनका घर होता है. उन्होंने कहा कि गरीबी के कारण शिक्षा नहीं दे पा रहे अभिभावक को जागरूक किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार सभी सरकारी विद्यालयों में मध्याह्न भोजन के साथ साथ पठन सामग्री भी मुफ्त मुहैया करवा रही है.
उन्होंने चाइल्ड लाइन को आश्वस्त किया कि जहां भी जरूरत पड़े पुलिस हर संभव मदद करने को तत्पर है. इस अवसर पर मौजूद सहायक निदेशक बाल संरक्षण इकाई राजेश रंजन ने कहा कि खास कर गरीबी और अशिक्षा का दंश झेल रहे इस जिला में विशेष चौकसी बरतने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि आज भी सैकड़ों बच्चे किसी ना किसी रूप में गुलामी की जिंद्गी जी रहे है. ऐसे बच्चों के मामले में उनके माता पिता की भी गलती रहती है जो चंद पैसों की लालच में बच्चे को होटल, गैरेज तो अन्य राज्यों में मजदूरी करने भेज कर उनके भविष्य से खिलवाड़ करती है.
चाइल्ड लाइन का जिला समन्वयक पंकज कुमार झा ने चाइल्ड लाइन के कार्य एवं अब तक की उलपब्धियों पर विस्तार से चर्चा की. कार्यक्रम को श्रम अधीक्षक श्याम सुंदर प्रसाद, फरजाना बेगम एवं रंजू झा ने भी संबोधित किया.