किशनगंज : विधानसभा चुनाव को लेकर पूरे प्रदेश में चरचा हो रही है. लेकिन, किशनगंज के ईरानी बस्ती के लोग इस मुद्दे पर कम बोल रहे हैं. वह नाराज हैं क्योंकि 300 लोगों का नाम वोटर लिस्ट से हटा दिया गया है.
डीएम और बीडीओ ने भी नाम जुड़वाने गये लोगों की मदद नहीं की. इस समय इस बस्ती के करीब पांच सौ लोगों के पास वोटर आइ कार्ड है. बस्ती में रह रहे लोग भले आपस में फारसी में बात करते हैं, मुगलों के जमाने से अपनी संस्कृति को सहेज कर रखे हुए हैं, लेकिन आज उनका दिल खांटी बिहारी हो चुका है. दूसरे लोगों से वह स्थानीय भाषा में ही संवाद करते हैं.
इस बस्ती के लोगों को दुख है कि हर चुनाव के समय नेता वोट मांगने आते हैं, लेकिन कोई भी उनकी समस्याओं को सुनने-समझने नहीं आता है. यहां के लोग कह रहे हैं कि वोटर लिस्ट से नाम हटाकर हमें बेगाना बना दिया गया है. कहा जाता है कि यहां बसे लोगों के पूर्वज मुगल काल में घोड़ों का व्यापार करने के लिए ईरान से पश्चिम बंगाल आये थे और वहां से यहां आकर बस गये.