किशनगंज : भारत-बांग्लादेश सीमा स्थित कादिरगंज बीओपी के निकट सीमा स्तंभ संख्या 365-2-5 के निकट बीएसएफ के हत्थे चढ़े 28 बांग्लादेशियों को पश्चिम बंगाल के करणदिघी पुलिस के हवाले कर दिया गया है. इस आशय की जानकारी प्रदान करते हुए बीएसएफ के खगड़ा हेड क्वार्टर
डीआइजी एके पनवर ने बताया कि गिरफ्त में आये सभी बांग्लादेशी बेरोजगारी से त्रस्त होकर रोजगार की तलाश में लुधियाना जा रहे थे. उन्होंने बताया कि बांग्लादेश सीमा स्थित सशक्त नेटवर्क उन्हें चंद रुपयों के एवज में भारतीय सीमा में प्रवेश करा दिया था. बांग्लादेशियों के पास से बरामद दो जाली वोट आई कार्ड व रुपयों के संबंध में पूछे जाने पर श्री पनवर ने कहा कि इनकी जांच की जा रही है. हालांकि श्री पनवर ने स्वीकार किया कि बीएसएफ के चौकसी के बावजूद गुपचुप तरीके से यदा कदा घुसपैठ की घटना घटित हो जाती है. उन्होंने बताया कि बांग्लादेशियों की वेशभूषा,
भाषा, संस्कृति, कद काठी व रहन सहन भारतीयों के समान होने के कारण उन्हें भारतीयों के बीच पहचान करना कठिन हो जाता है. उन्होंने बताया कि हेड क्वार्टर के अधीन आने वाले कुल 280 किमी अंतराष्ट्रीय सीमा में से मात्र 900 मीटर में तारबंदी का कार्य जमीन की अनुपलब्धता के कारण अधूरा है.