परबत्ता : दूसरे अभ्यर्थी के टीइटी पास प्रमाण पत्र पर शिक्षक नियोजन करवाने का खुलासा हुआ है. मामला वर्ष 2015 में परबत्ता प्रखंड में हुए शिक्षक नियोजन से जुड़ा हुआ है. परबत्ता प्रखंड के मध्य विद्यालय कबेला में कार्यरत बेलदौर के कुर्बन निवासी हरेराम मंडल उर्फ बुल्लू भाई के फर्जी बहाली का मामला उस वक्त उजागर हुआ जब संबंधित टीइटी प्रमाण पत्र वाले असली और नकली दोनों शिक्षक डायट खगड़िया में नामांकन कराने पहुंचे थे.
असली अभ्यर्थी को जब नकली अभ्यर्थी का नाम, पिता का नाम, पता, जन्मतिथि एक ही होने की जानकारी मिली तो खोजबीन करने पर फर्जीवाड़ा के खेल का राज खुल गया. इसके बाद असली बुल्लू कुमार ने परबत्ता बीडीओ को सारे कागजात सौंपते हुए मध्य विद्यालय कबेला में कार्यरत नकली बुल्लू कुमार नामक शिक्षक की कारगुजारी की जानकारी दी. जांच शुरू हुई तो नकली बुल्लू का सारा भेद खुल गया. इसके बाद अब परबत्ता बीडीओ ने संबंधित नकली शिक्षक बुल्लू उर्फ हरेराम मंडल पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी वेतन की राशि सूद सहित वसूलने का आदेश दिया है.
तीन लाख रुपये में ली थी नौकरी : परबत्ता बीडीओ द्वारा नकली बुल्लू कुमार द्वारा बेलदौर के दिये गये पते के सत्यापन के क्रम में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. बीडीओ डॉ कुंदन कुमार ने बताया कि जांच के क्रम में बेलदौर के कुर्बन पंचायत पहुंचने पर फर्जी शिक्षक बुल्लू कुमार का असली नाम हरेराम मंडल होने का खुलासा हुआ. पूछताछ में फर्जी शिक्षक ने फर्जीवाड़ा के सहारे नौकरी लेने की बात कबूल करते हुए बताया कि गांव के ही रमन सिंह ने तीन लाख रुपये लेकर शिक्षक नियोजन करवाया था.
सहरसा के विद्यालय में कार्यरत हैं असली बुल्लू : सहरसा के एक विद्यालय में कार्यरत बुल्लु भाई, पिता अरुण कुमार शर्मा ने परबत्ता प्रखंड विकास पदाधिकारी को एक आवेदन देकर आरोप लगाया कि शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान के औपबंधिक मेधा सूची अवलोकन के बाद मुझे पता चला कि बुल्लु भाई पिता अरुण कुमार शर्मा ग्राम पोस्ट कुर्बन, थाना बेलदौर खगडिया का निवासी हैं जो परबत्ता प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय कवेला में शिक्षक पद उनके टीइटी पास प्रमाण पत्र पर नियोजित है.
असली बुल्लू ने बताया कि उनके नाम के सभी प्रमाण पत्रों को फर्जी ढंग से (अंक प्रमाण पत्र, एवं टीईटी प्रमाणपत्र ) बनाकर परबत्ता प्रखंड के मध्य विद्यालय कवेला मे 21-08-2015 से नियोजन किया गया है. मिली जानकारी के मुताबिक टीइटी पास असली बुल्लू भाई सहरसा के एक विद्यालय में कार्यरत हैं. जबकि उसी नाम पर हरेराम मंडल भी वर्ष2015 में परबत्ता में हुए शिक्षक नियोजन में नियोजित हो गये हैं.
बीडीओ की जांच में हुआ पर्दाफाश : प्रखंड विकास पदाधिकारी डॉ कुंदन कुमार ने बताया कि 20 मई को सहरसा के बुल्लू भाई ने आवेदन दिया था. उक्त आवेदन के आलोक में जांच करने पर पता चला कि बुल्लू भाई पिता अरुण कुमार शर्मा जो बेलदौर थाना अंतर्गत कुर्बन निवासी के नाम से कोई व्यक्ति नहीं हैं. लेकिन वह फर्जी तरीके से टीइटी एवं अन्य प्रमाण पत्र बनाकर मध्य विद्यालय कवेला में नियोजित हुआ हैं. बीडीओ ने स्पष्ट कहा कि उक्त व्यक्ति का नाम हरेराम मंडल पिता कैलाश मंडल ग्राम पोस्ट कुर्बन निवासी है. जो फर्जी तरीके से प्रमाण पत्र बनाकर शिक्षक पद पर नियोजित हो गया.
मामला अगस्त 2015 में हुए शिक्षक नियोजन में फर्जीवाड़ा का, अब मामला खुलने के बाद फर्जी शिक्षक जायेंगे जेल
डायट कॉलेज खगड़िया में नामांकन के लिये असली अभ्यर्थी के पहुंचने के बाद खुला नकली शिक्षक की हेराफेरी का राज
टीइटी पास सहरसा में कार्यरत बुल्लू कुमार नामक एक अभ्यर्थी के प्रमाण पत्र के आधार पर नकली बुल्लू उर्फ हरेराम ने ले ली नौकरी
असली अभ्यर्थी द्वारा परबत्ता बीडीओ से की शिकायत के आलोक में जांच शुरू हुई तो नकली बुल्लू का खुल गया सारा भेद
नकली आधार कार्ड भी बना लिया
बीडीओ ने बताया कि शिक्षक नियोजन में फर्जी तरीके से आधार कार्ड का भी उपयोग किया गया था. फर्जी आधार कार्ड पर जांच की गयी तो बुल्लू भाई पिता अरुण कुमार शर्मा ग्राम पोस्ट कुर्बन, थाना बेलदौर के नाम से कोई व्यक्ति नहीं मिला. उक्त आधार कार्ड में हरेराम मंडल ( पिता कैलाश मंडल ) की तसवीर लगी है. जो फर्जी तरीके से शिक्षक पद पर नियोजित है. जिनका नाम बेलदौर विधानसभा के बूथ संध्या 244 क्रमांक संख्या 1005 में अंकित हैं.
बताया जाता कि फर्जी शिक्षक बुल्लू उर्फ हरेराम मंडल ने इससे पहले सहरसा के पतरघट में भी इसी प्रकार दूसरे के टीइटी प्रमाण पत्र पर नियोजन करवाने में कामयाब रहा था. लेकिन फिर खगड़िया में नौकरी हो जाने पर वह यहीं काम करने लगा.
पहले भी फर्जीवाड़ा का हुआ है खुलासा
करीब चार महीने पहले परबत्ता के विभिन्न विद्यालयों में कार्यरत चार शिक्षकों के टीइटी प्रमाण पत्र फर्जी होने की आशंका बाद वेतन भुगतान पर रोक लगायी गयी थी. लेकिन डीपीओ स्थापना कार्यालय के लिपिक व पदाधिकारी की मिलीभगत से रोक के बावजूद लाखों रुपये की वेतन निकासी कर ली गयी.
बाद में खुलासा होने पर डीइओ ने रेखा कुमारी,प्राथमिक विद्यालय शर्मा टोला तेहाय, रणवीर कुमार, प्राथमिक विद्यालय शर्मा टोला तेहाय, कुमारी रंजना, प्राथमिक विद्यालय नयाटोला कोलवारा, अर्चना कुमारी, प्राथमिक विद्यालय तेहाय पूर्वी, परबत्ता पर फर्जी तरीके से वेतन निकासी के आरोप में प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया गया लेकिन अब तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी है. बताया जाता है कि प्रत्येक शिक्षक ने फर्जी तरीके से 80173 रुपये के हिसाब से की कुल 3,20,693 रुपये की निकासी कर ली.
वहीं डीइओ ने डीएम को पत्र भेज कर जिले में फर्जी टीइटी प्रमाण पत्र नौकरी दिलाने वाले गिरोह के सक्रिय होने की आशंका जताते हुए गहन जांच की जरूरत जतायी है.
बेलदौर के कुर्बन पंचायत निवासी हरेराम मंडल द्वारा सहरसा के रहने वाले बुल्लू भाई के टीइटी पास प्रमाण पत्र पर फर्जीवाड़ा के सहारे परबत्ता में वर्ष 2015 में शिक्षक नियोजन में बहाल होने का खुलासा हुआ है. पूछताछ में फर्जी शिक्षक ने बताया कि उन्होंने गांव के रमन सिंह नामक व्यक्ति को तीन लाख रुपये देकर शिक्षक नियोजन करवाया था. अब मध्य विद्यालय कबेला में बहाल फर्जी शिक्षक हरेराम मंडल पर प्राथमिकी दर्ज कर उनके द्वारा लिये गये वेतन की सूद सहित वसूली की जायेगी. इस तरह का फर्जीवाड़ा करने वाले को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जायेगा.
डॉ कुंदन कुमार, बीडीओ परबत्ता.