गोगरी : प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्र के सेविकाओं के हड़ताल पर जाने से बच्चों का पठन पाठन प्रभावित हो गया है. वहीं गर्भवती और धातृ महिलाओं को मिलने वाली फूड्स भी बंद है. सेविकाएं केंद्र सरकार से मानदेय में बढ़ोतरी और समायोजन करने की मांग को लेकर पिछले चार दिन से हड़ताल पर है. प्रखंड अध्यक्ष संजू देवी ने कहा कि कम मानदेय में परिवार का भरण पोषण में समस्या होती है. उन्होंने कहा कि कर्मियों को सरकारी कर्मचारी की दर्जा सहित 18 हजार रुपये वेतन दिया जाना चाहिए.
पोषाहार की राशि एक माह अग्रिम खाता में भेजा जाना चाहिए. वहीं सचिव अनीता कुमारी ने कहा की सेविका व सहायिका को साठ साल तक की नौकरी पक्की की जाय. मांग पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा. सेविकाओं के हड़ताल पर रहने से आंगनबाड़ी केंद्र बंद है. जिसके कारण तीन वर्ष से छह वर्ष के बच्चों का पठन पाठन भी बंद हो गया है. प्रखंड में 184 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित है. गोगरी कि आंगनबाड़ी सेविका राधा देवी ने कहा कि यह हड़ताल मांगे पूरी होने तक जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि सरकार हमेशा सेविकाओं से हर तरह का काम करवाती है. इसके बावजूद सेविकाओं पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता है. जिससे सभी सेविकाओं को काफी परेशानी होती है.