लाेक अदालत के लिए चार बेंच का किया गया था गठन
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राष्ट्रीय लोक अदालत में 133 मामले निष्पादित
लाेक अदालत के लिए चार बेंच का किया गया था गठन खगड़िया : स्थानीय व्यवहार न्यायालय परिसर में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया. बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में मामलों के निष्पादन के लिए कुल चार न्याय पीठ का गठन जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष […]
खगड़िया : स्थानीय व्यवहार न्यायालय परिसर में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया. बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में मामलों के निष्पादन के लिए कुल चार न्याय पीठ का गठन जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष सह जिला एवं सत्र न्यायाधीश अरुण कुमार शर्मा के निर्देश पर किया गया. जिला जज की निगरानी में गठित न्यायपीठ प्रथम में परिवार न्यायालय के मामलों का निष्पादन किया गया.
जहां अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सहजानंद शर्मा तथा अधिवक्ता श्रीनिवास चौधरी पीठासीन अधिकारी बनाये गये थे. बेंच संख्या दो में दीवानी वादों के निष्पादन के लिए अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश तृतीय मो समीम अख्तर तथा अधिवक्ता कुमार कलामनंद को प्रतिनियुक्त किया गया था. इसी प्रकार श्रमवाद से संबंधित मामलों के निष्पादन के लिए मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी लाल बहादुर सिंह एवं अधिवक्ता मुख्तार प्रसाद यादव को पीठासीन पदाधिकारी बनाया गया.
बेंच संख्या चार में राजस्व वादों के निष्पादन के लिए प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी पीसी वर्मा को पीठासीन पदाधिकारी बनाया गया.
मौके पर जिला व सत्र न्यायाधीश ने सभी न्याय पीठ की स्वयं समीक्षा करते रहे. उन्होंने बताया कि लोक अदालत में आपसी समझौते के आधार पर मामलों का निष्पादन होता है. लोक अदालत में निष्पादित मामलों के विरुद्ध किसी भी न्यायालय में अपील नहीं होती है.
समाज में आपसी सौहार्द बनाये रखने के लिए यह एक सशक्त मंच है. इसके लिए निष्पादित मामलों में न्यायालय फीस वापस हो जाती है. इस अवसर पर 133 मामलों का निष्पादन किया गया .
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