प्रतिनिधि : खगड़िया जिले सहित देशव्यापी प्रतिबंध के बावजूद पॉलीथिन का उपयोग करने से लगातार पर्यावरण का दबाव बढ़ता जा रहा है. यत्र-तत्र सड़कों, गांव, मुहल्ले में बिखरे पॉलीथिन से जहां गदंगी फैली रहती है.
पॉलिथीन के कचरे से फैल रही प्रदूषण से लोगो के साथ ही मवेशी भी बीमारी के जद में आ जाते हैं. वहीं जिला मुख्यालय में यत्र तत्र फेका गया पॉलीथिन के सड़ाध से उठने वाले दुर्गंध से जहां पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है.
वहीं लोगों के बीमार होने की आशंका बनी रहती है. मुख्यालय स्थित सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठान सहित ग्रामीण हाट, बाजारों में खाने-पीने की वस्तु सहित सभी सामग्री पॉलीथिन में बेची जाती है. जबकि पॉलीथिन की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
कहते हैं लोग
पूरब केबिन रोड निवासी संतोष कुमार उर्फ विक्की, रवि कुमार, नीतीश कुमार सोनू कुमार आदि ने बताया कि पॉलीथिन के बढ़ते उपयोग ने पर्यावरण प्रदूषण की भीषण समस्या खड़ी कर दी है. यह खेतों की शक्ति को भी नष्ट कर रही है. इस पर लगें प्रतिबंध को प्रभावी बनाने के लिए जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है.
कागज व कपड़े के बने थैले का उपयोग करने से हम पॉलीथिन के इस्तेमाल से बच सकते हैं तथा पर्यावरण का संरक्षण कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि लोग पॉलीथिन को यत्र-तत्र उपयोग के बाद फेक देते हैं. पॉलीथिन के गंदे जमाव को खाकर पशु बीमारी के शिकार हो रहे हैं.