इस बात का खुलासा खगड़िया रेल थाने में दर्ज एक मामले के अनुसंधान के क्रम में हुआ है. गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए खगड़िया रेल थाना पुलिस इलाके की खाक छानने में लगी हुई है. बीते दिनों रेल थानाध्यक्ष शरत कुमार अपने दल-बल के साथ जामताड़ा व मधुपुर के विभिन्न इलाकों में छापेमारी के लिए पहुंचे थे.
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साइबर क्राइम: ठगी मामले के अनुसंधान में खगड़िया रेल पुलिस का खुलासा, झारखंड से जुड़ा है गिरोह का नेटवर्क
खगड़िया: झारखंड के जामताड़ा व मधुपुर इलाके से देश में साइबर क्राइम का संचालन हो रहा है. पड़ोसी राज्य के जामताड़ा व मधुपुर इलाके के नारायणपुर, ङिाटकिया, नवाडीह, करवां टांड, बारागांव इलाके के इस गिरोह में करीब 150 सदस्य सक्रिय हैं. बताया जाता है कि ऐसा कोई दिन नहीं बीतता, जब देश के विभिन्न भागों […]
खगड़िया: झारखंड के जामताड़ा व मधुपुर इलाके से देश में साइबर क्राइम का संचालन हो रहा है. पड़ोसी राज्य के जामताड़ा व मधुपुर इलाके के नारायणपुर, ङिाटकिया, नवाडीह, करवां टांड, बारागांव इलाके के इस गिरोह में करीब 150 सदस्य सक्रिय हैं. बताया जाता है कि ऐसा कोई दिन नहीं बीतता, जब देश के विभिन्न भागों की पुलिस यहां छापेमारी के लिए नहीं पहुंचती हो.
रेल पुलिस के जवान से 98 हजार रुपये की हुई थी ठगी: 12 दिसंबर, 2014 को रेल थाना खगड़िया में कार्यरत जवान दयानंद सिंह के एटीएम से 98089 रुपये की अवैध रूप से निकासी साइबर क्राइम के गिरोह ने कर ली थी. इस बाबत रेल थाना खगड़िया में मामला दर्ज किया गया. इस घटना को रेल पुलिस ने चुनौती के रूप में लेते हुए अनुसंधान शुरू किया, तो इसके तार झारखंड से जुड़ते चले गये.
गिरोह के करीब पहुंची रेल पुलिस: अनुसंधान के क्रम में तीन मोबाइल नंबर रेल पुलिस के हाथ लगे हैं. इसी के सहारे गिरोह के सदस्यों ने रेल पुलिस के जवान से ठगी की थी. जिस नंबर से जवान को फोन किये गये थे, वह नवाडीह के सीताकांटा इलाके के थे. ये सारे नंबर फर्जी नाम से खरीदे गये थे. जामताड़ा पुलिस के सहयोग से जब इस इलाके में रेल पुलिस गयी, तो इसके खरीदार का अता-पता नहीं चला. इसके बाद रेल पुलिस ने मोबाइल कंपनी के अधिकारी पर शिकंजा कसना शुरू किया, तो महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे. इसके आधार पर जल्द ही गिरोह के सरगना तक पहुंचने का दावा रेल पुलिस ने किया है.
क्या है पूरा मामला
12 दिसंबर को रेल पुलिस के जवान दयानंद सिंह के मोबाइल नंबर 9570624711 पर 8877155984 से फोन कर एटीएम बंद हो जाने का हवाला देते हुए एटीएम नंबर व पिन नंबर बताने को कहा गया. एटीएम व पिन नंबर बताने के कुछ देर बाद जवान के बैंक खाते से 98089 रुपये की निकासी कर ली गयी. मामले के अनुसंधान के क्रम में कई महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे हैं. झारखंड के जामताड़ा व मधुपुर इलाके के करीब आधा दर्जन गांवों से देश भर में साइबर क्राइम के सहारे ठगी को अंजाम दिया जा रहा है. जल्द ही पूरे गिरोह की गरदन तक रेल पुलिस पहुंच जायेगी.
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