वक्ताओं ने एलान किया कि अगर विजयघाट में अनुपयोगी बने पीपा पुल को उठा कर डुमरीघाट में नहीं लगाया जाता है, तो विकास मोरचा बाध्य होकर रेल एवं सड़क यातायात बाधित कर सरकार पर इसके लिए दबाव बनायेगा. क्षेत्रीय जदयू विधायक पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए वक्ताओं ने कहा कि इस विधानसभा क्षेत्र के कुछ मुट्ठी भर समृद्ध गांवों को अपवाद में रखा जाये, तो शेष गांवों में अभी भी बुनियादी सुविधाओं के लिए लोग तरस रहे हैं. बीपी मंडल पुल के क्षतिग्रस्त होने के बाद लोगों की हुई बरबादी का जिक्र करते हुए कहा कि इसका सीधा असर किसान-मजदूरों के साथ ही आम लोगों के रोजमर्रा के जिंदगी पर पड़ रहा है.
23 मई से कोसी नदी पार करने के लिए नाव की सवारी की चर्चा करते हुए कहा कि यह लोगों के लिए महंगी सेवा साबित हो रही है. महाधरना की अध्यक्षता डॉ अखिलेश कुमार विद्यार्थी ने की. संचालन अशोक हितैषी ने किया. सभा को जयकिशोर यादव, लोजपा के मिथिलेश निषाद, प्रभुनारायण चौधरी, अब्दुल मन्नान, चंद्रशेखर नागर, पंचायत समिति सदस्य नरेश राम, दिघौन पैक्स अध्यक्ष मो अताउल्ला, कैंजरी सरपंच सुरेश राम, अरुण कुमार यादव ने भी संबोधित किया.