बाजार एवं महेशखूंट-अगुवानी मुख्य पथ होने के कारण जमालपुर बाजार में काफी भीड़ भाड़ होती है. सड़क पर ही फल, सब्जी की दुकानें लगने से एक तो करेला दूजा नीम चढ़ा वाली कहावत चरितार्थ होती है. फल व सब्जी विक्रेता अतिक्रमण कर अपना ठेला व टोकरी सड़क पर ही रख कर बिक्री करते हैं. इससे सड़क काफी तंग हो जाती है, जो जाम का कारण बनती है. खास कर अशोक चौक एवं भगत सिंह चौक के पास तो और भी दयनीय स्थिति बन जाती है. अशोक चौक के पास जहां 14 नंबर सड़क मिलती है वहीं भगत सिंह चौक पर रामपुर रोड एवं बाइपास सड़क मिलती है. उक्त दानो चौक काफी व्यस्त रहते हैं. वहीं सड़क व चौक के पास फल व सब्जी की दुकानें सजी होने के कारण उक्त स्थल से गुजरना मुश्किल हो जाता है.
जबकि यह नगर पंचायत क्षेत्र है, इसके बावजूद यहां हाट की व्यवस्था नहीं है. इतना ही नहीं इन विक्रेताओं से नपं हाट बाजार बंदोबस्ती के तहत कर भी वसूल करता है. आम लोग जहां जाम की समस्या को लेकर सड़क अतिक्रमण मुक्त कराने की बात कहते हैं.
वहीं फल व सब्जी विक्रेता कहते हैं कि आखिर वे दुकान कहां लगाएं. नपं तो सिर्फ पांच रुपये रोज की दर से वसूली करना जानता है, पर कोई सुविधा नहीं दी जाती है. ऐसा नहीं की जाम में आम लोग ही फंसते हैं. अधिकारी भी इसके चपेट में आते हैं, जो रौब दिखा तो निकल जाते है, परंतु आम लोगों की तो नियत बनी है. बहरहाल जाम व अतिक्रमण की यह समस्या सिर्फ जमालपुर बाजार की ही नहीं है, बल्कि अनुमंडल की अन्य सड़कों पर भी यही हाल है. नपं अधिकारी द्वारा कई बार पंसारी गल्र्स हाइस्कूल के पास की ठाकुरबाड़ी में हाट लगाने की कई बार बात कही गयी, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है.