चौथम. प्रखंड में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की धज्जियां उड़ रही है. इसका खुलासा विद्यालय में नामांकित छात्र-छात्राओं की एवज में स्कूली बच्चों की नगण्य उपस्थिति से होता है. प्रखंड के दियारा क्षेत्र में दर्जनों विद्यालय में महीनों से ताला लटका देखा जा रहा है. दियारा क्षेत्र के तेगाछी गांव स्थित मध्य विद्यालय में प्रधानाध्यापक कुलदीप दास सहित पांच शिक्षक पदस्थापित हैं. पांच शिक्षकों में नियमित रूप से ग्रामीण शिक्षिका वर्ग एक से आठ तक के छात्र छात्राओं को पढ़ाने का बोझ उठाती है.
बांकी प्रधानाध्यापक सहित सभी चार शिक्षक व शिक्षिकाएं लगातार अनुपस्थित रहती है. ग्रामीण भवानी सिंह ने बताया कि शिक्षक बगैर तिथि दर्शाये अवकाश का आवेदन विद्यालय में सुरक्षित रखा रहता है. यदि विभागीय पदाधिकारियों का औचक निरीक्षण होता है तो आवेदन पर उस तिथि को आकस्मिक अवकाश दिखा कर कार्रवाई से बचने का प्रयास किया जाता है. वहीं विद्यालय पर पदस्थापित शिक्षिका सहीदा परवीन विगत सितंबर 2014 से विद्यालय से अनुपस्थित चल रही है.
ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय में आज तक शिक्षा समिति का नव गठन नहीं हो सका है. विद्यालय खाते से राशि का व्यय एवं निकासी अवैध तरीके से पूर्व के सचिव द्वारा किया जा रहा है. ग्रामीणों ने हस्ताक्षर युक्त आवेदन डीइओ को उक्त अनियमितता पर अंकुश लगाने के लिए दिया है लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है.