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एलएस के बाद अब मानसी सीडीपीओ पर भी हुई कार्रवाई, तीन साल तक नहीं होगा प्रमोशन
खगड़िया : गोगरी सहित मानसी प्रखंड के प्रभार में रहे तत्कालीन महिला बाल विकास परियोजना पदाधिकारी मधु प्रियदर्शनी पर कार्रवाई की गई है. इन पर लगे आरोपों की सुनवाई के बाद उन्हें लघु दंड दिया गया है. जानकारी के मुताबिक सीडीपीओ मधु प्रियदर्शणी पर कार्रवाई को लेकर समाज कल्याण विभाग के संयुक्त निदेश (मु.) के […]
खगड़िया : गोगरी सहित मानसी प्रखंड के प्रभार में रहे तत्कालीन महिला बाल विकास परियोजना पदाधिकारी मधु प्रियदर्शनी पर कार्रवाई की गई है. इन पर लगे आरोपों की सुनवाई के बाद उन्हें लघु दंड दिया गया है. जानकारी के मुताबिक सीडीपीओ मधु प्रियदर्शणी पर कार्रवाई को लेकर समाज कल्याण विभाग के संयुक्त निदेश (मु.) के द्वारा अधिसूचना जारी की गई है. विभागीय सूत्र के मुताबिक सीडीपीओ को लघु दंड की श्रेणी में आने वाले निंदन की सजा मिली है.
जानकार बताते हैं कि निंदन की सजा मिलने के बाद पूर्व सीडीपीओ का प्रमोशन प्रभावित होगा. उन्हें अपने बैच के पदाधिकारी के तीन साल बाद प्रमोशन मिलेगा. यानी उनके साथ उन्हें प्रमोशन नहीं मिलेगा. उल्लेखनीय है कि फिलहाल उनका स्थानांतरण समस्तीपुर जिले के पटोरी प्रखंड में हुआ है. इन पर उक्त कार्रवाई मानसी प्रखंड के पश्मिमी ठाठा पंचायत में वार्ड के गलत मैपिंग करने के कारण
हुई है.
जांच के नाम पर कई माह तक किया गया टाल-मटोल
गौरतलब है कि मानसी प्रखंड स्थित पश्चिमी ठाठा पंचायत के वार्ड नंबर एक में सेविका-सहायिका पद के लिये वार्ड मैंपिंग पंजी में अनियमितता बरती गयी थी. हांलाकि इस मामले को हल्के से लिया गया. जांच के नाम पर कई माह तक टाल-मटोल किया गया. पहले इसकी शिकायत अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी से की गई. फिर यह मामला जिला शिकायत निवारण पदाधिकारी के पास पहुंचा. लेकिन इन दोनों जगहों पर वार्ड का गलत मैपिंग करने वालों पर कार्रवाई करना तो दूर इस मामले की निष्पक्षता से जांच तक नहीं की गयी.
वहीं जब यह मामला प्रमंडलीय आयुक्त के पास पहुंचा तो इनकी सख्ती के बाद इस मामले में हुई जांच के बाद यह खुलासा हुआ था कि महिला पर्यवेक्षिका ने अतिपिछड़ा वर्ग इस पोषक क्षेत्र को गलत मंशा से पिछड़ा वर्ग कर दिया. इतना ही नहीं आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका के चयन से संबंधित विज्ञापन का प्रकाशन कर दिया गया. जांच में सच्चाई सामने आने के बाद आयुक्त के आदेश पर गलत मैपिंग करने के कारण एलएस प्रेमलता के नियोजन को जहां रद्द कर दिया गया. वहीं सीडीपीओ पर डीएम अनिरुद्ध कुमार ने आरोप गठित कर राज्य स्तर पर रिपोर्ट भेज दी. बता दें कि 19 दिसंबर 2018 को डीएम ने समाज कल्याण विभाग को रिपोर्ट भेजी थी. जिसके बाद विभाग ने आरोपित सीडीपीओ से स्पष्टीकरण पूछते हुए दो माह में ही उन्हें सजा सुना दी.
कहते हैं अधिकारी
मानसी प्रखंड स्थित पश्चिम ठाठा पंचायत में वार्ड मैंपिंग में बरती गई अनियमितता के मामले में प्रखंड के तत्कालीन प्रभारी सीडीपीओ मधु प्रियदर्शनी को निंदन की सजा मिली है. इस मामले में जिला स्तर से सीडीपीओ पर प्रपत्र क गठित कर समाज कल्याण विभाग को भेजा गया था.
पुरुषोत्तम, प्रभारी डीपीओ
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