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शिक्षकों ने खोला मोर्चा, कहा-अवैध वसूली के लिए भ्रामक पत्र जारी कर रहे डीइओ

खगड़िया : लोकायुक्त की चिठ्ठी का हवाला देते हुए 20 शिक्षकों को सभी प्रमाण पत्र के साथ कार्यालय में उपस्थित होने का पत्र जारी करना डीइओ को महंगा पड़ गया है. पत्र की जद में आये शिक्षकों ने डीइओ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इसके बाद मामला तूल पकड़ने की संभावना जतायी जा रही […]

खगड़िया : लोकायुक्त की चिठ्ठी का हवाला देते हुए 20 शिक्षकों को सभी प्रमाण पत्र के साथ कार्यालय में उपस्थित होने का पत्र जारी करना डीइओ को महंगा पड़ गया है. पत्र की जद में आये शिक्षकों ने डीइओ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इसके बाद मामला तूल पकड़ने की संभावना जतायी जा रही है. इधर, डीइओ के पत्र की जद में आये शिक्षकों ने तय तारीख पर शुक्रवार को उनके कार्यालय में पहुंच कर नौकरी से जुड़े सभी कागजात पेश किये.
बताया जाता है कि इस दौरान डीइओ व शिक्षकों के बीच गरमागरम बहस भी हुई. शिक्षकों ने साफ लहजे में डीइओ को कहा कि जिस शिक्षकों के पत्र में हाईकोर्ट/अपीलिय प्राधिकार का फैसला है, अब साल साल बाद साजिश के तहत पत्र जारी करने के पीछे कहीं अवैध वसूली की मंशा तो नहीं. हाईकोर्ट के निर्णय के आलोक में कार्यरत एसपीएम उच्च विद्यालय राजधाम, महेशखूंट के शिक्षक पंकज कुमार ने कहा कि डीइओ द्वारा 28/04/2018, ज्ञापांक 832 के आलोक में निकाला गया पत्र साफतौर भ्रामक है. ऐसे पत्र जारी कर डीइओ शिक्षकों की मान-प्रतिष्ठा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. इससे शिक्षकों में आक्रोश है.
डीइओ के खिलाफ हाईकोर्ट में होगी अपील . डीइओ के पत्र को भ्रामक करार देते हुए शिक्षक पंकज कुमार, वेंकटेश कुमार, जितेन्द्र राम, अशोक कुमार, सच्चिदानंद महतो, सुषमा कुमारी, रंजीत पासवान, प्रेम कुमार पासवान, अरविंद राम, विभाष कुमार सिंह, मिथिलेश कुमार, विजय कुमार पासवान, संगीता राय, रंधीर कुमार, बरखा रानी, अनिता पाठक, मधुकांत मिश्र, समसुद्दीन आदि सहित शिक्षकों ने कहा कि लोकायुक्त की चिठ्ठी में संबंधित 20 शिक्षकों से कोई प्रमाण पत्र मांगने की बात नहीं है. दरअसल, लोकायुक्त यह तहकीकात कर रहा है कि हाईकोर्ट/अपीलिय प्राधिकार के आदेश का पालन हुआ या नहीं. लेकिन डीइओ द्वारा साजिश के तहत नाम व विद्यालय के नाम के साथ पत्र जारी कर बरसों बाद नौकरी से जुड़े सभी कागजात की मांग कर भ्रम फैलाया गया है. ऐसे पत्र जारी करने से शिक्षकों की मान-प्रतिष्ठा धूमिल हुई है. ऐसे में अगर जल्द ही शिक्षकों द्वारा पेश सभी कागजात के अवलोकन बाद इसकी भरपाई नहीं की गयी तो हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया जायेगा.
शिक्षकों व डीइओ के बीच गरमागरम बहस
बताया जाता है कि शुक्रवार को प्रमात्र पत्र सहित मांगे गये कागजात सौंपने गये शिक्षकों व डीइओ के बीच गरमागरम बहस भी हुई. इस दौरान मौजूद इंटर विद्यालय भदास के शिक्षक सह माध्यमिक शिक्षक संघ के अनुमंडल सचिव नवीन कुमार ने आक्रोशित लहजे में डीइओ से पूछा कि जब हमलोग हाईकोर्ट/अपीलिय प्राधिकार के फैसले के आलोक में शिक्षक पद पर कार्यरत हैं तो फिर ऐसे भ्रामक पत्र जारी कर प्रमाण पत्र के साथ उपस्थित होने के आदेश देने के पीछे क्या मंशा हो सकती है. संघ के सचिव श्री कुमार ने साफतौर पर कहा कि ऐसे पत्र जारी करने के पीछे संबंधित शिक्षकों का भयादोहन कर आर्थिक शोषण की मंशा साफ झलकती है. लेकिन इसे कभी भी पूरा नहीं होने दिया जायेगा. उन्होंने बताया कि वार्ता के दौरान शिक्षकों द्वारा सभी कागजात पेश करने के बाद डीइओ के होश उड़ गये. उन्होंने कई बार शिक्षकों से ‘सॉरी’ बोलते हुए खेद भी प्रकट किया. शिक्षक पंकज कुमार ने कहा कि जब हमलोग हाईकोर्ट/अपीलिय प्राधिकार के आदेश से बहाल हैं तो फिर फर्जी होने का सवाल ही नहीं उठता है.

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