होगी बेहतर देखभाल व रहेगा सारा इंतजाम
Advertisement
बच्चों की सुविधा के लिए खुलेगा पालना घर
होगी बेहतर देखभाल व रहेगा सारा इंतजाम खगड़िया : अब पालना घर के सहारे आधी आबादी उड़ान भरेंगी. कामकाजी महिलाओं को अपने नवजात/बच्चों की चिंता से जल्द ही निजात मिलनेवाली है. इनकी घर से बाहर जाने के बाद इनके छोटे बच्चों के देखभाल के लिये पालना घर में सारा इंतजाम रहेगा. जानकारी के मुताबिक कामकाजी […]
खगड़िया : अब पालना घर के सहारे आधी आबादी उड़ान भरेंगी. कामकाजी महिलाओं को अपने नवजात/बच्चों की चिंता से जल्द ही निजात मिलनेवाली है. इनकी घर से बाहर जाने के बाद इनके छोटे बच्चों के देखभाल के लिये पालना घर में सारा इंतजाम रहेगा. जानकारी के मुताबिक कामकाजी महिलाओं के बच्चों की देखभाल के लिए राज्य सरकार ने जिला/क्षेत्रीय कार्यालयों में पालना घर खोलने का निर्णय लिया है. हालांकि यह निर्णय थोड़ा पुराना है. तथा इस पर कार्रवाई अबतक नहीं हो पायी है. यानी पालना घर नहीं खुल पाये हैं. लेकिन एक बार फिर इस पुराने निर्णय को धरातल पर उतारने की कवायद शुरू की गयी है. और राज्य स्तर से डीएम को इस संबंध में पत्र लिखा गया है.
सीएम के लोक संवाद में आया था सुझाव : तीन अप्रैल को सीएम के लोक संवाद कार्यक्रम के दौरान जिले में पालना घर खोलने का सुझाव प्राप्त हुआ था. जिसके बाद पालन घर खोले जाने को लेकर सदस्य विभाग के द्वारा पत्र लिखा गया है. एसडीसी सह प्रभारी डीपीओ(आइसीडीएस) प्रियंका कुमारी ने बताया कि पालना घरों में छह माह से पांच वर्ष तक के छोटे बच्चों को रखा जाता है. पालना घर खोलने का मुख्य उद्देश्य किसी सरकारी व निजी संस्थाओं में कार्यरत महिलाओं को कार्य संपादन की सुविधा प्रदान करना है. क्योंकि इनके घर से बाहर रहने की स्थिति में इनके छोटे बच्चों को परेशानी होती है जिससे कभी-कभी कार्य भी प्रभावित होता है. इन्होंने कहा कि विभाग का निर्देश प्राप्त हुआ है कि जिन सरकारी कार्यालयों में 25 प्रतिशत महिलाओं है. वहां पालना घर संचालित किया जायेगा.
विभाग से मांगा गया प्रस्ताव
विभाग से पालना घर खोले जाने का प्रस्ताव मांगा गया है. जहां जहां इसकी आवश्यकता है. कहा कि आवश्यकतानुसार जगह/कार्यालय को चिह्नित कर राज्य स्तर पर जल्द ही पालना घर खोलने को लेकर रिपोर्ट भेज दी जायेगी. उल्लेखनीय है जीविका कार्यालय, सीडीपीओ कार्यालय सहित अन्य दफ्तरों में बड़ी संख्या में महिलाएं का में बढ़ी संख्या में कार्य करती है. इसके अलावे अन्य कार्यालयों से भी महिलायें कार्यरत है. मनरेगा योजना में भी बड़ी संख्या में महिला मजदूर काम करती है. अगर विभाग के निर्देश का अनुपालन हुआ वो जल्द ही ऐसे जगहों पर कामकाजी महिलाओं के बच्चों के देखभाल के लिए पालना घर खोले जायेंगे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement