रूपौली : इसे प्रारब्ध की मर्जी कहें या नियति का क्रूर मजाक, थाना क्षेत्र के ग्वालपाड़ा में जब एक साथ एक ही परिवार के छह लोगों की अर्थी उठी, तो आम लोग ईश्वर को भी कोसने से खुद को नहीं रोक सके. चारों तरफ चीख-पुकार मची हुई थी और जिन लोगों ने अपनों को खोया […]
रूपौली : इसे प्रारब्ध की मर्जी कहें या नियति का क्रूर मजाक, थाना क्षेत्र के ग्वालपाड़ा में जब एक साथ एक ही परिवार के छह लोगों की अर्थी उठी, तो आम लोग ईश्वर को भी कोसने से खुद को नहीं रोक सके. चारों तरफ चीख-पुकार मची हुई थी और जिन लोगों ने अपनों को खोया था, उनका रो-रो कर बुरा हाल था. ग्रामीणों के लिए यह कल्पना से परे था कि वे एक साथ छह अर्थियों को कंधा देने के गवाह बनेंगे. लिहाजा चारों तरफ गम और उदासी का माहौल दिखा.
इस हादसे में मंगल सिंह का परिवार पूरी तरह बिखर गया. गौरतलब है कि मंगल सिंह का पूरा परिवार जिसमें सगे-संबंधी भी शामिल थे, वैद्यनाथ धाम उनके पोता-पोती के मुंडन के लिए दो ऑटो से गये थे. वहां से लौटने के क्रम में कुरसेला पुल के पास गोपाल ढाबा के सामने एक ऑटो बुधवार की देर रात लगभग तीन बजे बजरंग बलि मंदिर से जा टकराया. इस हादसे में छह लोगों की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी, जबकि चार गंभीर रूप से जख्मी हो गये. उनका इलाज भागलपुर में चल रहा है. हादसे में छह माह का बालक व एक बालिका जीवित बचे हैं.
तबाह हुआ मंगल सिंह का परिवार : इस हादसे में ग्वालपाड़ा निवासी मंगल सिंह का परिवार पूरी तरह तबाह हो गया है. दरअसल मंगल सिंह के बेटे संजय सिंह का छह माह का बेटा कर्ण, छह वर्षीय अंकित व सात वर्षीय बेटी रूणिका का मुंडन बुधवार को वैद्यनाथ धाम में हुआ. घर के सभी परिजन कुल 18 लोग वैद्यनाथ धाम के लिए मंगलवार को ही रवाना हुए थे. बुधवार की शाम लौटने के क्रम में हादसा हुआ. जिसमें मंगल सिंह का बेटा संजय सिंह, पत्नी रीना देवी,
पुत्र अंकित, संजय सिंह की दादी पदमा देवी, संजय की चाची कंचन देवी व फुफेरा भाई नीरज कुमार की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी, जबकि हादसे में संजय के छह माह का बेटा कर्ण गंभीर रूप से जख्मी हो गया. उसका इलाज भागलपुर में चल रहा है. इसके अलावा संजय सिंह की बुआ झबिया देवी व अनिता देवी के अलावा संजय के जीजा निरंजन कुमार भी गंभीर रूप से घायल हैं. हादसे में संजय की बेटी रूणिका कुमारी सुरक्षित बच गयी.