वार्डवासी हैं आक्रोशित, कहा : जल्द ही इस मसले का नहीं कराया गया निदान, तो करेंगे आंदोलन
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निगम के अधिकांश नाले मानक अनुरूप नहीं, बीमारी का भय
वार्डवासी हैं आक्रोशित, कहा : जल्द ही इस मसले का नहीं कराया गया निदान, तो करेंगे आंदोलन लोगों के घरों से ऊंचा बना दिया गया है नाला, उफलाने पर सड़कों पर बहता है पानी, लोगों के घरों में घुस जाता है, होती है परेशानी कटिहार : नगर निगम की ओर से शहर में बनाये गये […]
लोगों के घरों से ऊंचा बना दिया गया है नाला, उफलाने पर सड़कों पर बहता है पानी, लोगों के घरों में घुस जाता है, होती है परेशानी
कटिहार : नगर निगम की ओर से शहर में बनाये गये नाला मानक के अनुरूप नहीं होने से शहरवासियों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. नाला जाम से लेकर महामारी फैलने तक आशंका बनी रहती है. शहर में वैसे तो इसके प्रबंधन के लिये आज तक कोई उपाय नहीं किया गया है. वहीं जो भी नया योजना से नाला का निर्माण कराया गया है या कराया जा रहा है. वह मानक के अनुरूप नहीं हो रहा है. इसके चलते शहर का अधिकांश नाला जाम है. नालों में कचरा जमा हो गया है. नाले से तरह-तरह की दुर्गंध निकल रही है.
नाला भरने के बाद नाले का पानी सड़कों पर बहता है. अरगड़ा चौक स्थित नाला में यदि पानी भर जाता है तो इस नाले का पानी सड़कों पर बहने लगता है और बाढ़ सा नजारा दिखने लगता है. वहीं अनाथालय रोड, न्यू मार्केट रोड़ इत्यादि इलाके में नाला का पानी सड़क पर बहता है.
नगर िनगम के वार्ड 36 में कृषि फार्म के गेट तक बनाये नवनिर्मित नाला का नहीं हुआ है मानक अनुसार िनर्माण
नगर निगम क्षेत्र के वार्ड संख्या 36 में जगरनाथ दास के घर से कृषि फार्म के गेट तक बनाये गये नवनिर्मित नाला को मानक के अनुरूप नहीं बनाया गया है. नाले की उंचाई छाती भर कर दी गयी है, जिससे अधिकांश लोगों का घर नीचे आ गया है. वहीं मानक के अनुरूप नाला नहीं बनाये जाने के कारण लोग उक्त नाले पर चढ़कर अपने गंतव्य की ओर जाते हैं. नाले की ऊंचाई के कारण हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. इस नाला का निर्माण औने पौने स्तर से करा दिया गया है. लेकिन नाले की निकासी नहीं दी गयी है. नाला जब भर जाता है तो नाले का गंदा पानी लोगों के घरों में घुसता है. नाले का निर्माण वर्ष 2016 में नगर निगम चुनाव के घोषणा के एक माह पूर्व स्थानीय वार्ड पार्षद के की ओर से शिलान्यास मेयर के की ओर से करा दिया गया. इस संबंध में जब स्थानीय लोग वार्ड पार्षद से पूछते हैं तो उनका जवाब होता है फंड आने के बाद निर्माण करा दिया जायेगा. इस कारण स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है.
निगम के इंजीनियरों से करायी जायेगी जांच
जिस जगह भी मानक के अनुरूप नाले का निर्माण नहीं कराया गया है और जल निकासी की व्यवस्था नहीं की गयी है, वहां की जांच निगम के इंजीनियरों की ओर से करायी जायेगी. यदि खामी पायी गयी तो संबंधित पदाधिकारी समेत ठेकेदारों पर कठोर कार्रवाई की जायेगी.
अजय कुमार ठाकुर, नगर आयुक्त, कटिहार
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