कटिहार : एक ओर जहां पदाधिकारियों व जन प्रतिनिधियों को घर पहुंचने के लिए अच्छी व साफ सुथरा सड़क बनायी गयी है. वहीं आम लोगों के लिए चलने व घर पहुंचने के लिए सड़क बदहाल है. इसके कारण आम लोगों को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. पदाधिकारियों की बात करें, तो डीएम, एसपी व डीडीसी, सीएस आला अधिकारियों के आवास तक पहुंचने के लिए सड़कें चकाचक हैं. इन सड़कों से गुजरने पर जर्किंग का एहसास नहीं होता है.
सदर विधायक, एमएलसी को भी अपने आवास पर पहुंचने में परेशानी नहीं होती है, क्योंकि यहां भी माननीयों का ध्यान रखा गया है. आम लोगों की बात करें, तो शहर के विभिन्न इलाको में बसने वाले लोगों के लिए सड़कें सुविधाजनक नहीं है. शहर की बात करें तो एमजी रोड, तीनगछिया भगवान चौक रोड, शिव मंदिर चौक डहेरिया रोड इत्यादि मुख्य सड़क जर्जर हाल में पहुंच गयी हैं. टोले मोहल्ले की बात करें, तो शहर में कई ऐसे मोहल्ले हैं, जहां सड़कें तो बनायी गयी हैं,
लेकिन सुविधाजनक नहीं है. कई टोले मोहल्ले ऐसे हैं, जहां सड़क है ही नहीं. ऐसे मोहल्लों में पुराना जूट मिल के बगल से तीनगछिया मुख्य सड़क तक जाने वाली सड़क अब भी कच्ची है. इस कच्ची सड़क से लोग चलने को विवश हैं. अंधेरे में गिरने पड़ने का डर रहता है. वार्ड नंबर 36 के मोफरगंज में ईंट सोलिंग सड़क है. इसको पीसीसी सड़क में तब्दील नहीं किया गया है. इससे अंधेरे में चलने में कठिनाई होती है. ठंड का मौसम आने के कारण कुहासा चारों ओर फैल जाता है. कुहासे में शहर की मुख्य सड़क व टोले मोहल्लों की सड़क से गुजरने में दुर्घटना की आशंका बनी रहती है.