कटिहार : समाहरणालय में शुक्रवार की देर शाम को जिला पदाधिकारी ललन ने बाढ़ राहत को लेकर समीक्षा बैठक की. बैठक में डीएम ने गंगा में आयी उफान के बाद बाढ़ की मौजूदा स्थिति की समीक्षा की. गंगा से आयी बाढ़ से प्रभावित प्रखंडों में राहत शिविर के संचालन व प्रभावित लोगों के सर्वे के कार्य की समीक्षा की. डीएम ने कहा कि प्रभावित लोगों के सर्वे का कार्य पारदर्शिता के साथ तेजी से करे. उन्होंने खासकर नोडल पदाधिकारी व स्थानीय पदाधिकारी को निर्देश दिया कि आपदा प्रबंधन विभाग के दिशा निर्देश के आलोक में ही प्रभावित लोगों का सर्वे करे.
सर्वे के दौरान किसी तरह की गड़बड़ी पाये जाने पर अधिकारियों के खिलाफ कारवाई की जायेगी. डीएम ने इसके पूर्व महानंदा नदी से आयी बाढ़ के बाद प्रभावित लोगों को दिये जाने वाले राहत मुआवजा राशि को लेकर समीक्षा की. बैठक में प्रभावित प्रखंडों के अधिकारियों से डीएम ने प्रभावित लोगों की सूची उसके विरुद्ध अब तक किये गये भुगतान की समीक्षा की. बैठक में यह बात उभर कर सामने आयी कि प्रभावित लोगों के खाता खोलने में बैंक सहयोग नहीं कर रही है. साथ ही आरटीजीएस के माध्यम से भुगतान करने में बैंक देरी भी करती है.
बैठक में डीएम ने अग्रणी जिला प्रबंधक बी पी कुशवाहा को निर्देश दिया कि प्रभावित लोगों के खाते में राशि को शीघ्र स्थानांतरण करवाएं. यह भी कहा कि राशि स्थानांतरण में बैंक से समन्वय कर तेजी लाने की दिशा में ठोस पहल करें. बैठक में अन्य कई मुद्दों पर भी चर्चा की गयी तथा डीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया. इस बैठक में डीडीसी मुकेश पाण्डेय, अपर समाहर्ता जफर रकीब, आपदा के प्रभारी पदाधिकारी डॉ. मनोज कुमार झा, जिला कल्याण पदाधिकारी पवन कुमार मिश्रा, डीपीआरओ अक्षय रंजन सहित कई अधिकारी उपस्थित थे.