कटिहार : लूट के शिकार व्यवसायी ने बताया कि नीतीश कुमार को आवेदन दिया व तीन दिनों में अपराधी को गिरफ्तार करने का आदेश भी जारी किया है, लेकिन सवाल यह उठता है कि अगर इस प्रकार की घटना होती रही तो बिहार से व्यवसायी वर्ग पलायने करने को मजबूर हो जायेंगे.
उन्होंने कहा बीते वर्ष 2003 में राधेश्याम सोनी का अपहरण हुआ था. जिसमें भी उन लोगों ने राशि देकर उन्हें छुड़ाया था. जिस कारण राशि देने की अाधिकारिक पुष्टि नहीं हो पायी थी. समय सुधरा सरकार बदली, बिहार में सुशासन की सरकार बनी. फिर अब ऐसी घटना क्यों. दिन दहाड़े एक साथ आठ आठ अपराधी व्यवस्तम सड़क पर किस प्रकार अापराधिक घटना को अंजाम दे देते है.
वहीं पीड़ित व्यवसायी वर्ग ने कहा कि अगर इसी प्रकार की घटना घटती रही तो वह दिन दूर नही होगा जब बिहार से व्यवसायी वर्ग पलायन करना शुरू कर देंगे.