हाल ही में राजधानी पटना में हुई उच्चस्तरीय बैठक में इस बात पर सहमति बनी है कि पूरे सूबे में बीटीएस (मोबाइल) की संख्या बढ़ायी जायेगी. यदि ऐसा होता है तो बेशक सूबे के ग्रामीण हलकों में भी सिग्नल की समस्या नहीं रहेगी और लोग अपने चहेतों से आसानी से बगैर किसी रुकावट के बात कर सकेंगे.
कुमार गौरव
कटिहार : बीएसएनएल बिहार परिमंडल के अच्छे दिन आने वाले हैं. हाल ही में राजधानी पटना में हुई उच्चस्तरीय बैठक में इस बात पर सहमति बनी है कि पूरे सूबे में बीटीएस (मोबाइल) की संख्या बढ़ायी जायेगी.
यदि ऐसा होता है तो बेशक सूबे के ग्रामीण हलकों में भी सिग्नल की समस्या नहीं रहेगी और लोग अपने चहेतों से आसानी से बगैर किसी रुकावट के बात कर सकेंगे. ‘कनेक्टिंग इंडिया’ की तर्ज पर सूबे के सभी 38 जिलों में कनेक्टिविटी बढ़ाने के मकसद से 2554 मोबाइल टावर स्थापित किये जाने का निर्णय लिया गया है. जीएसएम फेज-7 प्रोजेक्ट के तहत ये काम किये जा रहे हैं.
इसमें 825 टू-जी और 825 थ्री-जी मोबाइल टावर फेज-7 के तहत आवंटित किये गये हैं. बाकी अन्य चरणों में स्थापित किये जायेंगे. इस बाबत उच्च स्तरीय बैठक और प्लानिंग की जा रही हैं. जल्द से जल्द इस दिशा में कार्य की शुरुआत भी कर दी जायेगी. टू-जी और थ्री-जी मोबाइल टावर स्थापित करने के लिए बाकायदा उन स्थलों का निरीक्षण भी किया जा रहा है, जहां सिग्नल की समस्या अधिक है.