बारसोई : गुरुवार का दिन बारसोई के लिए काला दिन साबित हुआ. घटना के बाद चारों तरफ कोहराम मच गया. किसी ने छोटे-छोटे बच्चे तो किसी ने अपना जवान बेटा गंवा दिया. कुछ देर पहले जो बच्चे घर से खेलने निकले थे. थोड़ी देर बाद घर में उनकी लाश पहुंची, तो खेत में गये जवान […]
बारसोई : गुरुवार का दिन बारसोई के लिए काला दिन साबित हुआ. घटना के बाद चारों तरफ कोहराम मच गया. किसी ने छोटे-छोटे बच्चे तो किसी ने अपना जवान बेटा गंवा दिया. कुछ देर पहले जो बच्चे घर से खेलने निकले थे. थोड़ी देर बाद घर में उनकी लाश पहुंची, तो खेत में गये जवान बेटे का शव घर में देख परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था. बूढ़े बाप की तो जैसे कमर ही टूट गयी हो. जिस बच्चे को अपनी गोद में खिलाया था आज उसे कंधा देना पड़ा. झुलसे दोनों बच्चों को अनुमंडल अस्पताल बारसोई लाया गया. यहां उनका इलाज चल रहा है.
घटना की खबर सुनते ही एसडीओ फिरोज अख्तर, सीओ विजय सिन्हा आदि अस्पताल पहुंचे व मृत बच्चों के परिजनों को ढांढस बंधाया तथा घायलों का हाल जाना. साथ ही पीड़ितों को हरसंभव सहायता दिलाने का भरोसा भी दिलाया. विधायक महबूब आलम, पूर्व मंत्री दुलाल चंद्र गोस्वामी आदि ने पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि इस दुख की घड़ी में हम पीड़ित परिजनों के साथ हैं.
परिजनों का रो-रो कर हो रहा बुरा हाल
वज्रपात की चपेट में आने से मासूम दो बेटों की मौत होने से मो जुल्फेकार के घर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. घटना के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. इस घटना के बाद गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया है. जिसने भी घटना के बारे में सुना वह घटनास्थल की ओर दौड़ पड़ा. बारसोई में एक साथ वज्रपात की चपेट में आने के चार की मौत हो गयी. लोग कह रहे हैं कि इस तरह की घटना बारसोई क्षेत्र में पहले कभी नहीं हुई है. जब एक साथ इतने लोगों की मौत वज्रपात से हुई हो. घटना के बाद लोगों में दहशत समा गया है. अब लोग कह रहे हैं कि बारिश होने की स्थिति में घर से बाहर निकलना खतरे से खाली नहीं है.