नशा मुक्ति केंद्र में बढ़ा दबाब, पूर्ण शराब बंदी से मरीजों की संख्या में हो रहा इजाफा प्रतिनिधि, कटिहारराज्य सरकार के आदेश पर जिले के सभी सदर अस्पताल में नशा मुक्ति केंद्र का निर्माण कराया गया है. साथ ही चिकित्सक व नर्स को भी प्रतिनियुक्त कर दिया गया है. जिला प्रशासन की ओर से चलाये अभियान में जिले में तकरीबन दस हजार आदतन शराबियों की पहचान प्रशासनिक स्तर पर हुई थी. अब सवाल उठता है कि उन दस हजार मरीजों के लिए सिर्फ एक नशा मुक्ति केंद्र, क्या इस केंद्र में मरीजों का दबाब नहीं बढेगा. बीते एक अप्रैल को एक मरीज नशा मुक्ति केंद्र में भरती हुआ था. उसके बाद दो अप्रैल को फिर एक, चूंकि शहरी क्षेत्रों में विदेशी शराब मुहैया हो रही थी, तो नशा मुक्ति केंद्र में मरीजों की संख्या कम थी. मंगलवार की दोपहर कैबिनेट की बैठक में नीतीश कुमार ने ऐतिहासिक निर्णय लिया और सूबे में पूर्ण रूप से शराबबंदी की घोषणा कर दी. पूर्ण रूपेण शराब बंद की घोषणा से ही आदतन शराबियों की स्थिति खराब होने लगी और छह अप्रैल को कुल छह मरीज भरती हो गये. इनका इलाज सदर अस्पताल परिसर स्थित नशामुक्ति केंद्र में हो रहा है. दस बेंड का केंद्रअब सवाल यह उठता है कि जिले में आदतन शराबियों की संख्या 10 हजार के करीब है. नशा मुक्ति केंद्र एक है. जिसमें दस बेंड से सुज्जित है. इसमें सात बेड पर पुरुष व तीन महिला मरीजों के इलाज की ही व्यवस्था है. एक मरीज को ठीक होने में कम से कम एक सप्ताह का समय लगता है. तो क्या दस हजार आदतन शराबियों में, 10 बेड की संख्या कुछ कम नहीं है. फिलहाल बुधवार की देर शाम तक छह मरीजों को भरती करा दिया गया था. जिनका इलाज चल रहा है.
BREAKING NEWS
नशा मुक्ति केंद्र में बढ़ा दबाब, पूर्ण शराब बंदी से मरीजों की संख्या में हो रहा इजाफा
नशा मुक्ति केंद्र में बढ़ा दबाब, पूर्ण शराब बंदी से मरीजों की संख्या में हो रहा इजाफा प्रतिनिधि, कटिहारराज्य सरकार के आदेश पर जिले के सभी सदर अस्पताल में नशा मुक्ति केंद्र का निर्माण कराया गया है. साथ ही चिकित्सक व नर्स को भी प्रतिनियुक्त कर दिया गया है. जिला प्रशासन की ओर से चलाये […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement